Edited By meena, Updated: 27 Jan, 2023 01:12 PM

जन्म से मृत्यु तक हिंदू धर्म में कई तरह के संस्कार किए जाते हैं जिसमें से एक कान छेदन संस्कार भी एक है जो अधिकतर बसंत पंचमी पर शुभ माना जाता है, बसंत पंचमी के पुनीत अवसर पर हर कोई शुभ कार्य करना चाहता...
डबरा(भरत रावत): जन्म से मृत्यु तक हिंदू धर्म में कई तरह के संस्कार किए जाते हैं जिसमें से एक कान छेदन संस्कार भी एक है जो अधिकतर बसंत पंचमी पर शुभ माना जाता है, बसंत पंचमी के पुनीत अवसर पर हर कोई शुभ कार्य करना चाहता है। इसी तारतम्य में एक सर्राफा कारोबारी ने अपनी बेटी के जन्मदिन को खास बनाने के लिए सैकड़ों कन्याओं का कर्णभेदन किया और उन्हें उपहार स्वरूप सोने की बाली एवं बिस्किट टॉफी वितरित की जिससे रोती हुई कन्याए भी हंसते मुस्कुराते हुए अपने घर पहुंची।

वहीं पर सराफा व्यवसाई मधु सुजीत अग्रवाल रतन सर्राफ ने बताया कि पिछले 2 वर्ष से हम अपनी बेटी के जन्म उत्सव पर छोटी-छोटी बालिकाओं के कान छेदन का कार्यक्रम बसंत पंचमी पर आयोजित करते हैं जिसमें अनेक कन्याओं का कान छेदन संस्कार किए जाते हैं।
इसी तारतम्य में आज कान छेदन संस्कार कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें सैकड़ों बालिकाओं के कान छेदन किया गया। इसमें बालिकाओं को सोने की बाली मुफ्त पहनाई गई।