Edited By Jagdev Singh, Updated: 04 Nov, 2019 05:10 PM
मध्य प्रदेश में इंदौर से बीजेपी विधायक आकाश विजयवर्गीय ने एक बार फिर विवादित बयान दिया है। आकाश विजयवर्गीय बल्लाकांड के बाद चर्चा में आए थे। इंदौर में बीजेपी के प्रदर्शन के दौरान आकाश विजयवर्गीय ने कमलनाथ सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि बिजली के...
इंदौर (अभिषेक मेहरा): मध्य प्रदेश में इंदौर से बीजेपी विधायक आकाश विजयवर्गीय ने एक बार फिर विवादित बयान दिया है। आकाश विजयवर्गीय बल्लाकांड के बाद चर्चा में आए थे। इंदौर में बीजेपी के प्रदर्शन के दौरान आकाश विजयवर्गीय ने कमलनाथ सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि बिजली के बिल माफ करे सरकार, नहीं तो सभी जानते हैं कि हम खाली हाथ नहीं चलते हैं।
आकाश विजयवर्गीय निगम कर्मचारी के साथ बल्ले से मारपीट करने के बाद चर्चाओं में आए थे। सोमवार को इंदौर कलेक्टर कार्यालय पर भारतीय जनता पार्टी के प्रदर्शन के दौरान देपालपुर के पूर्व विधायक मनोज पटेल ने कहा कि अगर विद्युत विभाग के अधिकारी नहीं सुधरे तो उन्हें कमरे में बंद किया जाएगा। इसी के बाद बीजेपी विधायक आकाश ने मनोज पटेल का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि कमरे में बंद करना तो ठीक, लेकिन बिजली कंपनी के अधिकारी यह समझ लें कि हम कभी खाली हाथ नहीं घूमते हैं, इसलिए आगे क्या होगा उन्हें समझ लेना चाहिए। आकाश के इस बयान से फिर राजनीतिक हलचल शुरू हो गई है। कांग्रेस नेताओं ने उनके इस बयान का विरोध शुरू कर दिया है।
बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के बेटे विधायक आकाश विजयवर्गीय ने इसके पहले एक नगर निगम अधिकारी को क्रिकेट के बल्ले से पीटा था। घटना के बाद आकाश को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था। आकाश के इस हरकत से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नाराज हो गए थे। उन्होंने कहा था कि कोई भी उन्हें ऐसा करना शोभा नहीं देता। इंदौर नगर निगम के कर्मचारी जब एक जर्जर मकान को हटाने के लिए पहुंचे थे तब विधायक आकाश अपने समर्थकों के साथ वहां पहुंच गए। इसी बीच उनकी निगम के अधिकारियों के साथ विवाद हो गया। कुछ ही देर में विवाद इतना बढ़ गया कि आकाश ने पास खड़े एक युवक से क्रिकेट बैट लिया और वहां खड़े अधिकरी को मारना शुरू कर दिया। इस घटना के बाद नगर निगम के अधिकारियों ने भी इसका विरोध किया था।