Edited By ASHISH KUMAR, Updated: 02 Mar, 2019 12:15 PM

प्रदेश भर में 1 मार्च से बोर्ड की परिक्षाएं आरंभ हुई है। शुक्रवार को संस्कृत का पेपर देने बच्चे परिक्षा भवनों में पहुंचे लेकिन सरकार की लाख कोशिशों के बाद कहीं प्रशासन तो कहीं प्रबंधन की लापरवाही के चलते बच्चों को इतनी ठंड में जमीन पर बैठकर पेपर...
मुरैना: प्रदेश भर में 1 मार्च से बोर्ड की परिक्षाएं आरंभ हुई है। शुक्रवार को संस्कृत का पेपर देने बच्चे परिक्षा भवनों में पहुंचे लेकिन सरकार की लाख कोशिशों के बाद कहीं प्रशासन तो कहीं प्रबंधन की लापरवाही के चलते बच्चों को इतनी ठंड में जमीन पर बैठकर पेपर देना पड़ा। वहीं मुरैना जिले के 20 परीक्षा केंद्रों पर बेबकास्टिंग होनी थी लेकिन टेंडर नही हो पाने के कारण बेबकास्टिंग नहीं हो सकी।

जानकारी के अनुसार, माध्यमिक शिक्षा मंडल भोपाल की बोर्ड परीक्षाएं प्रारंभ हो गई है। जहां प्रशासन व शिक्षा विभाग की लापरवाही के कारण कई परीक्षा केंद्रों पर परिक्षार्थियों के लिए बैठने तक कि व्यवस्था भी नही की गई थी। सर्दी के मौसम में भी जिला शिक्षा विभाग परिसर में बने परीक्षा केंद्र पर छात्रों को हॉल व गैलरी में बिना टाटपट्टी के टाइल्स के फर्श पर बैठना पड़ा। वहीं शिक्षा विभाग और जिला प्रशासन ने नकल रोकने के लिए कड़े इंतजाम किए।

जिसमें मीडिया को परीक्षा केंद्रों से दूर रखा गया जिसमें परीक्षाओं में ड्यूटी दे रहे शिक्षकों के भी मोबाइल फोन बंद करवाए गए । वहीं मुरैना जिले के 20 परीक्षा केंद्रों पर बेबकास्टिंग होनी थी लेकिन टेंडर नही हो पाने के कारण बेबकास्टिंग नही हो सकी है। मुरैना के 77 परीक्षा केंद्रों पर 32039 परीक्षार्थी शामिल किए वहीं 2053 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे।