Edited By Himansh sharma, Updated: 30 May, 2025 04:24 PM

मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिले में राजनीति और प्रशासन के टकराव का एक और चौंकाने वाला मामला सामने आया है
राजगढ़। (धर्मराज सिंह): मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिले में राजनीति और प्रशासन के टकराव का एक और चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां इशारों-इशारों में भाजपा विधायक पर तंज कसना, एक महिला डॉक्टर को भारी पड़ गया। जी हां, व्हाट्सएप स्टेटस पर “लेटरपेड को डस्टबिन में डालने” की बात लिखने वाली डॉक्टर आकांक्षा सिंह को स्वास्थ्य विभाग ने तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है म
पूरा मामला कुछ यूं है...
डॉ. आकांक्षा सिंह, जो वर्षों से राजगढ़ जिला अस्पताल में कार्यरत थीं, हाल ही में उन्होंने अपने खर्चे पर ट्रांसफर नीमच करवा लिया था। लेकिन ट्रांसफर के बाद उनके एक व्हाट्सएप स्टेटस ने पूरे स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मचा दिया।
लेडी डॉक्टर ने अपने व्हाट्सएप पर लिखा –
"याद रहे स्वयं के व्यय पर और अपनी मनचाही जगह पर… पीछा छूटा अपना तो… नोट : लेटर हेड पर जिन आदरणीय उछल-उछलकर लिख दिया था कि हमारा ट्रांसफर कर दिया जाए, वह अपनी एप्लीकेशन डस्टबिन से उठा लें, वह वहीं पड़ी है अब तक।"
इस इशारे को भाजपा विधायक अमरसिंह यादव ने सीधे-सीधे अपनी ओर लिया और इसे "आत्म सम्मान पर हमला" करार देते हुए, स्वास्थ्य आयुक्त को एक लिखित शिकायत भेजी साथ ही मामले को लेकर मुख्यमंत्री मोहन यादव और तीन दिन पहले स्वास्थ्य मंत्री से भी मिलकर पूरी घटना की जानकारी देते हुए कारवाई की बात की थी।
शिकायत में कहा गया कि
डॉ. आकांक्षा सिंह के स्टेटस से ना केवल शासन की छवि धूमिल हुई है बल्कि विधायक की गरिमा को भी ठेस पहुंची है। इसके पूर्व में भी लेडी डॉक्टर की प्रसूता का लापरवाही इलाज, सीजर के दौरान मौत और पैसे लेने जैसे गंभीर आरोपों के साथ दर्जन शिकायत थी फिर उन पर कोई ठोस कारवाई नहीं हुई थी।
शिकायत के बाद हुई तत्काल कार्रवाई —
स्वास्थ्य विभाग ने सस्पेंशन ऑर्डर जारी करते हुए लिखा कि यह आचरण मध्यप्रदेश सिविल सेवा नियम 1966 के तहत सरकारी सेवा के नियमों का उल्लंघन है अब डॉ. आकांक्षा सिंह का मुख्यालय खरगोन कर दिया गया है।