Edited By meena, Updated: 27 Sep, 2019 12:13 PM
भोपाल के बहुचर्चित हनी ट्रैप मामले में एसटीआई जांच में सनसनीखेज खुलासे हो रहे हैं। इस जांच में भाजपा सरकार के दो पूर्व मंत्रियों की अश्लील क्लिपिंग भी एसआईटी के हाथ लगी है। बताया जा रहा है कि इन दोनों मंत्रियों की छवि पहले से ही बेहद विवादास्पद रही...
भोपाल: भोपाल के बहुचर्चित हनी ट्रैप मामले में एसआईटी जांच में सनसनीखेज खुलासे हो रहे हैं। इस जांच में भाजपा सरकार के दो पूर्व मंत्रियों की अश्लील क्लिपिंग भी एसआईटी के हाथ लगी है। बताया जा रहा है कि इन दोनों मंत्रियों की छवि पहले से ही बेहद विवादास्पद रही है। इनमें एक पूर्व मंत्री महिलाओं के साथ संबंधों को लेकर चर्चा में रहे हैं तो दूसरे बड़े घोटाले में फंस चुके हैं।
IPS अफसर ने बनवाई थी कंपनी
एसआईटी जांच में पता चला है कि इस स्कैंडल में पुलिस मुख्यालय में पदस्थ एक वरिष्ठ आईपीएस ने श्वेता विजय जैन और आरती दयाल के नाम पर इसी 26 जुलाई को मिंगो टेक्नोलॉजी रजिस्टर्ड कराई थी। इस कंपनी की आरती डायरेक्टर और श्वेता एमडी थी। इस अधिकारी की साइबर में खासी पकड़ है। प्रोफाइल में कंपनी का काम कम्प्यूटर से जोड़कर रखा बताया है। इसकी पूंजी 10 लाख रुपए बताई गई है। इतना ही नहीं श्वेता विजय ने 19 जनवरी को दीप्थीमंथम इंटरप्राईजेज प्रा. लि. भी बनाई थी। इस में रियल एस्टेट का कारोबार दिखाया गया है। इसकी पूंजी दस लाख रुपए बताई। इस कंपनी में राजा जैन और श्वेता विजय डायरेक्टर हैं।
इनके साथ ही मंत्रालय में उच्च पदों पर बैठे वरिष्ठ आईएएस अफसरों की कॉल डिटेल रेकॉर्ड और एसएमएस की चैटिंग भी मिली है। इसमें अफसरों की श्वेता स्वप्निल जैन के साथ अश्लील चैटिंग और मोबाइल पर घंटों बात करने का रेकॉर्ड मिला है। एसआईटी यह खंगाल रही है कि अफसरों ने पद का दुरुपयोग कर श्वेता स्वप्निल जैन को कहां-कहां लाभ पहुंचाया है।
सीएम कमलनाथ ने देर रात शमी से लिया अपडेट
सीएम कमलनाथ ने देर रात एसआईटी प्रमुख संजीव शमी को मंत्रालय बुलाया। उनसे जांच का अपडेट लिया। संजीव शमी ने बताया कि जांच में कई तथ्य सामने आए हैं। जिनमें नेताओं और बड़े अधिकारियों के शामिल होने के प्रमाण मिल रहे हैं। उन्हें मंत्रालय के कुछ वरिष्ठ अधिकारियों के नाम भी बताए। सीएम ने कहा मामले की गहराई से जांच होनी चाहिए और किसी को भी नहीं बख्शा जाए।
होटल में क्लब की सदस्य थी श्वेता
श्वेता स्वप्निल भोपाल के एक बड़े होटल में क्लब मेंबर थी। इसमें प्रदेश के बड़े-बड़े अफसर सदस्य हैं। यहीं से श्वेता की अधिकारियों से नजदीकी बढ़ती थी। श्वेता के पति स्वप्निल का होटल में एक-एक महीने तक कमरा बुक रहता था। इसका इस्तेमाल अय्याशी और मौज-मस्ती में होता था।