Edited By Himansh sharma, Updated: 06 Dec, 2025 10:48 AM

इंडिगो की उड़ानों में पिछले पांच दिनों से जारी अव्यवस्था अब एक बड़ी वजह के साथ सामने आई है।
भोपाल। इंडिगो की उड़ानों में पिछले पांच दिनों से जारी अव्यवस्था अब एक बड़ी वजह के साथ सामने आई है। 1 दिसंबर से पूरे देश में कड़े IROPS (Irregular Operations) नियम लागू होने के बाद एयरलाइन का रोस्टर समय पर अपडेट न कर पाना कंपनी के लिए भारी पड़ गया। इसका सीधा असर FDTL (Flight Duty Time Limitation) पर पड़ा और क्रू की भारी कमी हो गई, जिससे फ्लाइट देरी और कैंसिलेशन बढ़ गए।
क्या है IROPS और क्यों बढ़ी दिक्कत?
DGCA ने सर्दियों के मौसम में सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए यह नियम लागू किया। कोहरे वाले इलाकों में उड़ान भरने के लिए पायलटों के पास CAT-2 और CAT-3 की स्पेशल ट्रेनिंग होना जरूरी है।
कमांडर और को-पायलट दोनों का ट्रेंड होना अनिवार्य
एक भी पायलट अनट्रेंड होने पर उड़ान नहीं भर सकती
यह नियम खास तौर पर दिल्ली, लखनऊ, अमृतसर, जयपुर जैसे शहरों में लागू
कोहरे पर कड़ा नियम , क्रू की भारी कमी
इंडिगो के लगभग 70% पायलट Cat-2/Cat-3 ट्रेंड हैं, लेकिन IROPS लागू होते ही कंपनी को सभी ट्रेंड पायलटों को कोहरे वाले रूट्स पर लगाना पड़ा।
जिससे
कई रूट्स पर ट्रेंड पायलटों की कमी
रोस्टर समय पर अपडेट न होने से क्रू टाइम लिमिट (FDTL) खत्म
उड़ानें लगातार देरी, कैंसिल, या डायवर्ट
यात्रियों को क्यों उठानी पड़ी परेशानी?
पायलट उपलब्ध न होने से उड़ानें रोकनी पड़ीं
कई एयरपोर्ट्स पर लंबी कतारें
यात्रियों को बिना जानकारी देर तक इंतजार
DGCA ने साफ कहा है कि सुरक्षा सबसे पहले, इसलिए IROPS के नियमों में किसी तरह की ढील नहीं दी जाएगी।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इंडिगो की उड़ानें कोहरे के सख्त सुरक्षा नियमों, पायलट ट्रेनिंग की कमी और एयरलाइन के रोस्टर मैनेजमेंट की चूक की वजह से प्रभावित हो रही हैं। नए नियम लागू होने के बाद स्थिति को सामान्य करने में कुछ दिन और लग सकते हैं।