नींव अग्रवाल के पिता से मिले केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, थाईलैंड में 96 घंटे तक लड़ी जिंदगी की जंग

Edited By Devendra Singh, Updated: 28 Aug, 2022 04:55 PM

jyotiradiya scindia to meet father of neev agarwal in gwalior

ग्वालियर के नींव अग्रवाल (neev agarwal) के विनय नगर स्थित घर पर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (jyotiradiya scindia) सांत्वना देने पहुंचे।

ग्वालियर (अंकुर जैन): थाईलैंड (thailand) के फुकेट में जान गंवाने वाले ग्वालियर के नींव अग्रवाल (neev agarwal) के विनय नगर स्थित घर पर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (jyotiradiya scindia) सांत्वना देने पहुंचे। केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने यहां मृतक नींव अग्रवाल के तस्वीर पर पुष्प अर्पित करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी। इसके साथ ही नींव के पिता मनोज अग्रवाल से पूरे हादसे की जानकारी ली।

96 घंटे लड़ी जिंदगी की जंग

फुकेत में 96 घंटे जिंदगी और मौत से लड़कर ग्वालियर के 17 साल के नींव अग्रवाल की मौत हो गई थी। उसे बचाने के लिए पिता मनोज अग्रवाल ने जीवनभर की कमाई इलाज में लगा दी। उम्मीद थी, उनका बेटा एक बार फिर जाग उठेगा। पिता की पूरी जमापूंजी खर्च हो गई, लेकिन फिर भी उसने हार नहीं मानी। अपने संबंधी, दोस्तों से रुपये उधार मांगे। जब इसका पता ग्वालियर के व्यापारियों को लगा तो सभी मदद के लिए आगे बढ़े। आर्थिक मदद को भी आगे आगे आए, लेकिन ईश्वर को कुछ और ही मंजूर था और बीते बुधवार की शाम को आखिर नींव दुनिया छोड़ गया।

दुआओं ने छोड़ा साथ 

जैसे ही नींव अंग्रवाल की दु:खद मौत का समाचार ग्वालियर में व्यापारियों तक पहुंचा, सभी में शोक की लहर छा गई। इंटरनेट मीडिया पर भी नींव को बचाने के लिए लोगों ने दुआएं की थी। लेकिन यह दुआएं भी नींव को नहीं बचा सकी। जिसके बाद नींव का शव ग्वालियर लाकर अंतिम संस्कार किया गया था। नींव अग्रवाल के घर सांत्वना जताने के बाद सिंधिया ने कहा कि थाईलैंड के दूतावास और विदेश मंत्रालय द्वारा हर संभव कोशिश की गई। लेकिन नींव को बचाया नहीं जा सका। इसलिए उन्होंने नींव के परिजनों को ढांढस बंधाया है।
 

 

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