Edited By Vikas kumar, Updated: 23 Aug, 2019 03:42 PM
कमलनाथ सरकार ने सत्ता में आने से पहले जनता से कई वादे किए थे। वहीं सत्ता में आने के बाद कमलनाथ सरकार ने कुछ वादे पूरे भी किए है तो कुछ अभी भी अधूरे हैं। चुनावों के दौरान कमलनाथ ने कन्या विवाह व निकाह योजना के तहत बेटियों को 28 हजार की जगह 51 हजार...
भोपाल: कमलनाथ सरकार ने सत्ता में आने से पहले जनता से कई वादे किए थे। वहीं सत्ता में आने के बाद कमलनाथ सरकार ने कुछ वादे पूरे भी किए है तो कुछ अभी भी अधूरे हैं। चुनावों के दौरान कमलनाथ ने कन्या विवाह व निकाह योजना के तहत बेटियों को 28 हजार की जगह 51 हजार रुपए देने का वादा किया था। मप्र में सरकार बने हुए करीब आठ महीने से ज्यादा हो चुके हैं लेकिन अभी तक किसी के भी खाते में पैसे नहीं पहुंचे है।
दरअसल, सरकार वित्तिय संकट से जूझ रही है और फिलहाल खजाना खाली है। जिसके चलते अबतक मुख्यमंत्री कन्या विवाह व निकाह योजना के अंतर्गत नए जोड़ो को राशि नही पहुंचाई गई है। बता दें कि मुख्यमंत्री कन्या विवाह व निकाह योजना के तहत अब तक 22 हजार 500 शादियां हो चुकी हैं, लेकिन किसी के भी खाते में 51 हजार रुपए नहीं पहुंचे। क्याेंकि इस साल स्कीम में जितना भी पैसा था, वह 31 मार्च 2019 से पहले हुई 18 हजार शादियों पर खर्च कर दिया गया। हलातों को देखते हुए सामाजिक न्याय विभाग ने वित्त विभाग से कहा कि वह इमरजेंसी फंड जारी से राशी जारी करे, ताकि कन्या के खाते में 51 हजार रुपए दिए जा सकें। वहीं, विभाग ने भी आकस्मिक निधि से 100 करोड़ रुपए मांगे हैं।
बीजेपी का बड़ा हमला
इसको लेकर पूर्व मंत्री विश्वास सारंग ने कमलनाथ सरकार पर हमला बोला है और कहा कि मध्यप्रदेश की सरकार झूठे वादों और झूठी नीतियों के सहारे चल रही है। अपनी नाकामी छुपाने के लिए विज्ञापनों के माध्यम से अपने कर्तव्य की इतिश्री कर रहे है। वादा था कि आर्थिक रूप से हुए जोड़ो को मुख्यमंत्री विवाह योजना के माध्यम से 51 हजार रुपये देंगे । प्रदेश अब तक साढ़े 22 हजार विवाह हुए पर किसी को भी राशि नही दी। ये सरकार की वादा खिलाफी का जीता जागता उदाहरण है। हम उन शादीशुदा बच्चियों से मुलाकात करेंगे, उन बच्चियों की आवाज को उठाएंगें।