Edited By Vikas kumar, Updated: 07 May, 2020 03:32 PM

प्रदेश में तेजी के साथ कोरोना अपने पैर पसार रहा है। ऐसे में मंदिर खोलने पर रोक लगा दी गई है, लेकिन मदिरालय खोले जा रहे हैं। इस पर शासन प्रशासन को विचार करना चाहिए। क्योंकि इस...
भिंड: प्रदेश में तेजी के साथ कोरोना अपने पैर पसार रहा है। ऐसे में मंदिर खोलने पर रोक लगा दी गई है, लेकिन मदिरालय खोले जा रहे हैं। इस पर शासन प्रशासन को विचार करना चाहिए। क्योंकि इसके कारण मुनाफे की जगह हानि ही उठानी पड़ सकती है। ये बात गणाचार्य विराग सागर महाराज ने पूर्व सांसद डॉ रामलखन सिंह से कही।

दरअसल पूर्व सांसद डॉ रामलखन सिंह आचार्यजी से आशीर्वाद लेने पहुंचे थे। इस बीच रामलखन सिंह ने आचार्य जी को श्रीफल चढ़ाया। महाराज ने कहा कि ‘कई स्थानों पर शराब खरीदने वालों की 2 किलोमीटर लंबी लाइनें लगी हुई हैं। इन दिनों शासन प्रशासन को मदिरालयों के खोले जाने पर विराम लगाना चाहिए। जैनाचार्य ने आगे कहा कि व्यक्ति को मनुष्य जीवन बड़ी मुश्किल से मिलता है। साधुओं की कोई अलग से जाति नहीं होती। हमारी तो दिगंबर जाति या निग्रन्थ जाति या जो जिनेन्द्र भगवान की है वही जाति हमारी है। केवल दिगंबर साधु ही एक मात्र ऐसे हैं जिनकी गणना जनगणना नहीं की गई। क्योंकि न तो इनका कोई ड्रेस है न कोई एड्रेस। जिससे आप सबकी पहचान है इसलिए हमें मनुष्य जीवन पर्याय मिली है इस जीवन को सफल बनाना है। इसलिए मांस मदिरा व्यसनों का त्याग कर शाकाहार जीवन को अपनाएं।