Edited By Desh sharma, Updated: 10 Dec, 2025 11:03 PM

मंत्री प्रतिमा बागरी की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। गांजा तस्करी में उनके भाई का नाम आने के बाद औऱ गिरफ़्तारी बीजेपी हाईकमान तक पहुंच गई है। जानकारी ये है कि सीएम मोहन यादव और बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष ने राष्ट्रीय नेतृत्व को मामले से अवगत...
(भोपाल): मंत्री प्रतिमा बागरी की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। गांजा तस्करी में उनके भाई का नाम आने के बाद औऱ गिरफ़्तारी बीजेपी हाईकमान तक पहुंच गई है। जानकारी ये है कि सीएम मोहन यादव और बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष ने राष्ट्रीय नेतृत्व को मामले से अवगत करा दिया है। भाई और बहनोई को तस्करी के मामले में पुलिस द्वारा पकड़े जाने पर बागरी घिर गई हैं। कांग्रेस उनसे इस्तीफा मांग ही है तो वहीं दूसरी ओर बीजेपी को इस मुद्दे पर जवाब देना बनते नहीं सूझ रहा है।
भाई अनिल बागरी और बहनोई शैलेंद्र सिंह की करतूतों के राज्यमंत्री प्रतिमा बागरी को जवाब देना मुश्किल हो रहा हा और उनके राजनीतिक भविष्य पर भी प्रश्न चिन्ह दिखाई दे रहा है क्योंकि यह बात अब दिल्ली तक पहुंच चुकी है।
हालांकि उन्होंने भाई और बहनोई दोनों से खुद को अलग होने का ऐलान किया है । प्रतिमा बागरी ने कहा है कि कोई भी खुद को रिश्तेदार बना लेता है, मेरा उनसे कोई संबंध नहीं है। हालांकि मंत्री बागरी ने पार्टी को कुछ दूसरी सफाई पेश की है। बीजेपी संगठन और मोहन यादव के समक्ष उन्होंने कबूला है कि अनिल बागरी उनका भाई है लेकिन बहनोई शैलेंद्र सिंह से उनका कोई रिश्ता नहीं है।
आपको बता दें कि नगरीय प्रशासन राज्यमंत्री प्रतिमा बागरी सतना की रैगांव से विधायक हैं। उनके भाई अनिल को गांजा तस्करी में गिरफ्तार किया गया है। इसी के बाद पूरे प्रदेश में बीजेपी पर कांग्रेस हमलावर है और लगातार उनके इस्तीफे के साथ ही पूरी बीजेपी को नशे में लिप्त बता रही है।