Edited By meena, Updated: 12 Sep, 2019 04:49 PM
शहादत का पर्व मोहर्रम देश दुनिया सहित दमोह में भी बड़ी शिद्दत से मनाया गया। मोहर्रम की दसवीं तारीख को शहर के सभी ताजिये व अखाड़े अपने घरों से निकलकर नगर भ्रमण पर निकले और जगह जगह अखाड़ों के प्रदर्शन हुए...
दमोह(इम्तियाज़ चिश्ती): शहादत का पर्व मोहर्रम देश दुनिया सहित दमोह में भी बड़ी शिद्दत से मनाया गया। मोहर्रम की दसवीं तारीख को शहर के सभी ताजिये व अखाड़े अपने घरों से निकलकर नगर भ्रमण पर निकले और जगह जगह अखाड़ों के प्रदर्शन हुए। मोहर्रम के जुलूस की खास बात ये रही कि जुलूस में इस बार देश विज्ञानिकों के सम्मान में झांकिया शामिल हुई।
दमोह में निकाले गए मोहर्रम का जुलूस सभी के आकर्षण का केंद्र रहा। दरअसल मोहर्रम के इस जुलूस की खासियत ये रही कि ताजियों के साथ अखाड़े में देश के अमर शहीदों को और देश के होनहार वैज्ञानिकों को समर्पित कुछ झांकिया तैयार की गई, जिसमें इंडियन आर्मी और मिसाइल शामिल की गई जो लोगों के आकर्षण का केंद्र बनी रही। अखाड़ों में जहां मुस्लिम युवा अपने खेल के बेहतरीन कलाबाजियां दिखा रहे थे तो वहीं देश की मिसाइल और लड़ाकू टैंक जो दुश्मन के छक्के छुड़ा देते हैं, जैसी झाकियां सभी को अपनी ओर आकर्षित कर रही थी।
इन नौजवानों ने बताया कि हमारे देश की रक्षा करने वाले शहीद सैनिकों को और इसरो ने जो विक्रम चन्द्रयान-2 को चांद पर भेज था ऐसे विज्ञानिकों के सम्मान में ये झांकियां जुलूस में शामिल की गई है।