Edited By meena, Updated: 31 Mar, 2020 05:10 PM
वैश्विक महामारी के चलते देशभर में हुए लॉकडाउन से सबसे ज्यादा मुश्किलों का सामना मजदूरों को करना पड़ रहा है। खास कर वे मजदूर जो घरों से दूर अन्य राज्यों में दियाड़ी मजदूरी करने गए हैं। ऐसे में वे लोग पैदल ही अपने घरों की ओर निकल पड़े हैं। इस घटनाक्रम...
होशंगाबाद: वैश्विक महामारी के चलते देशभर में हुए लॉकडाउन से सबसे ज्यादा मुश्किलों का सामना मजदूरों को करना पड़ रहा है। खास कर वे मजदूर जो घरों से दूर अन्य राज्यों में दियाड़ी मजदूरी करने गए हैं। ऐसे में वे लोग पैदल ही अपने घरों की ओर निकल पड़े हैं। इस घटनाक्रम के बीच विभिन्न राज्यों से दिल दहला देने वाली बहुत सी तस्वीरें सामने आ रही है। सोशल मीडिया पर एक ऐसी ही तस्वीर मध्य प्रदेश के होशंगाबाद से सामने आई है जिसमें एक शख्स ने अपने पैर का प्लास्टर खुद ही काटा और फिर पैदल ही अपने घर की तरफ निकल पड़ा।
दरअसल, होशंगाबाद जिले का मजदूर भंवर लाल पिपरिया से राजस्थान के बारां जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि उसे सोमवार को मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले में सीमा पर रोक लिया गया था। उनका कहना है कि वो लोग इस उम्मीद में सीमा पर इकट्ठे हुए थे कि प्रशासन उन्हें गाड़ी मुहैया कराएगा। लेकिन सीमाएं सील होने के बाद उनकी उम्मीदों पर पानी फिर गया। वहां तैनात अधिकारियों ने उसे राज्य की सीमा के बाद पैदल जाने के लिए कहा। भंवरलाल ने पैदल चलने का मन बनाया तो उसके रास्ते में पैर में किया प्लास्टर रोड़ा बन गया। उसने खुद ही पैर का प्लास्टर उतार दिया। उसका कहना है कि उनके पास कोई विकल्प नहीं है। ल़ॉकडाउन के कारण काम धंधा चौपट हो गया है। ”मेरा परिवार अकेला है और मेरे पास काम नहीं है, मैं उन्हें पैसे नहीं भेज पा रहा हूं। इसलिए मुझे मेरे पैर का प्लास्टर काटना पड़ा और मुझे 242 किलोमीटर दूर मेरे गांव जाना है।