Edited By Vikas kumar, Updated: 21 Aug, 2019 03:17 PM
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया पिछले कई दिनों से सुर्खियों में है। अब एक पटवारी ने सिंधिया पर तबादला करवाने का आरोप लगाते हुए हाईकोर्ट में याचिका दायर की है। पटवारी ने उन पर राजनीतिक पद के दरुपयोग करने का आरोप लगाया है।...
ग्वालियर: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया पिछले कई दिनों से सुर्खियों में है। अब एक पटवारी ने सिंधिया पर तबादला करवाने का आरोप लगाते हुए हाईकोर्ट में याचिका दायर की है। पटवारी ने उन पर राजनीतिक पद के दरुपयोग करने का आरोप लगाया है। वहीं दायर की गई याचिका में पटवारी ने सिंधिया को पक्षकार बनाया है। ऐसा पहली बार है जब तबादले के मामले में किसी नेता को पक्षकार बनाया गया है।
दरअसल, पटवारी शिवराज तोमर शिवपुरी में पदस्थ हैं और मार्च में इनका हलका बदला गया था। शिवराज का हल्का जला मुरैना से मजरा तहसील जौरा तबादला कर दिया था। इस आदेश को पटवारी ने चुनौती दी कि वर्तमान में गुना के सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया की अनुशंसा पर उनका स्थानांतरण किया गया है जोकि नियमों के खिलाफ है। पटवारी शिवराज ने आरोप लगाय है कि पूर्व केंद्रीय मंत्री सिंधिया के इशारे पर प्रशासन ने ट्रांसफर किया है। उसने हाईकोर्ट में सिंधिया को पक्षकार बनाते हुए याचिका दायर की।
वहीं पटवारी के तबादला आदेश के मामले में जवाब पेश नहीं करने पर मप्र हाईकोर्ट की ग्वालियर बेंच ने लैंड रिकॉर्ड कमिश्नर को तलब किया। कोर्ट ने पूछा है कि स्थानांतरण किस आधार पर किए जाते हैं, उस पॉलिसी से कोर्ट को अवगत कराएं। हाईकोर्ट ने इसे गंभीर मानते हुए राजस्व विभाग के प्रमुख सचिव को अगले सप्ताह कोर्ट में पेश होकर तबादला नीति बताने को कहा है।