Edited By Desh sharma, Updated: 02 Sep, 2025 11:40 PM

राजधानी भोपाल के पिपलानी थाने के थाना प्रभारी चन्द्रिका यादव सहित कई पुलिसकर्मियों पर गंभीर आरोप लगे हैं। अलग-अलग शिकायतों में आदिवासी युवती और होटल संचालक ने पुलिस पर गाली-गलौज, अवैध वसूली और झूठे प्रकरण में फंसाने के गंभीर आरोप लगाए हैं।
भोपाल(इज़हार ख़ान): राजधानी भोपाल के पिपलानी थाने के थाना प्रभारी चन्द्रिका यादव सहित कई पुलिसकर्मियों पर गंभीर आरोप लगे हैं। अलग-अलग शिकायतों में आदिवासी युवती और होटल संचालक ने पुलिस पर गाली-गलौज, अवैध वसूली और झूठे प्रकरण में फंसाने के गंभीर आरोप लगाए हैं।
बालाघाट की युवती की शिकायत
जिला बालाघाट की 23 वर्षीय आदिवासी युवती ने डीजीपी,महिला आयोग और भोपाल पुलिस आयुक्त को दी गई शिकायत में थाना प्रभारी चन्द्रिका यादव, उपनिरीक्षक राजकिशोर मिश्रा और आरक्षक धर्मेंद्र मिश्रा व महेश धाकड़ पर गंभीर आरोप लगाए हैं। शिकायत में अनुसार युवती 6 अगस्त को भोपाल आई और मंगेतर के साथ पिपलानी इलाक़े के एक होटल में 31 अगस्त तक रुकी थी। 30 अगस्त की रात युवती की अपने मंगेतर से फोन पर बात नहीं हुई जिससे उसे कुछ अनहोनी का शक हुआ।
जिसकी वजह से उसने डायल 100 पर कॉल किया। कॉल करने पर लड़की को थाना पिपलानी बुलाया गया। युवती ने बताया कि उसको लगा कि कहीं उसका मंगेतर किसी हादसे का शिकार तो नहीं हो गया। लेकिन बाद में उसका फोन पर मंगेतर से संपर्क हो गया और वो किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं चाहती थी।
मंगेतर और होटल संचालक के खिलाफ रेप मामला दर्ज कराने वास्ते दवाब बनाने का आऱोप
आरोप है कि युवती को थाना में बिना महिला पुलिसकर्मी की मौजूदगी के पूछताछ के लिए बैठाया गया और रातभर थाने में रोककर रखा गया। युवती का आरोप है कि इस दौरान उसे जातिसूचक अश्लील गालियां दी गईं। इसके साथ ही जिस होटल में वह रुकी थी उस होटल संचालक करन गुर्जर और मंगेतर के खिलाफ रेप का मामला दर्ज कराने का दबाव पुलिस ने बनाया । ऐसा नहीं करने पर उसे और उसके मंगेतर को झूठे प्रकरण में फंसाने की धमकी दी गई। साथ ही उसके मंगेतर के पिता को बुलाकर उनसे दो लाख रुपयों की मांग की गई।
होटल संचालक ने भी की शिकायत

वहीं इस मामले में होटल संचालित करने वाले करन गुर्जर ने भी डीजीपी ,मानव अधिकार आयोग और पुलिस आयुक्त से लिखित शिकायत की है। करन ने आरोप लगाया है कि थाना प्रभारी चन्द्रिका यादव ने इससे पहले भी 20,000 रुपये मासिक वसूली की मांग की थी। पैसे न देने पर उन्हें लगातार परेशान किया और झूठा केस दर्ज कर दिया । करन गुर्जर का कहना है कि 31 अगस्त की रात पुलिसकर्मी बिना कारण बताए होटल से उठाकर उन्हें थाने ले गए और आधी रात तक गाली-गलौज करते रहे। झूठे केस में फंसाने की धमकी दी गई। आरोप है कि पुलिसकर्मी उनके होटल में रुकी लड़की को आधार बनाकर केस में फंसाकर उनसे भी पैसे लेने का दबाव बना रहे थे।
दोनों ने की आरोपी पुलिस कर्मियों के खिलाफ जांच की मांग
दोनों मामलों में लड़की और होटल संचालक ने पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियो और आयोग से लिखित शिकायत कर संबंधित पुलिसकर्मियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है। इन सब के बीच सवालों के घेरे में पिपलानी थाना पुलिस है। लिहाजा मामले की गहराई से जांच करने पर ही पूरे मामले का खुलासा होगा