Edited By Vikas Tiwari, Updated: 28 Aug, 2025 05:20 PM

ग्वालियर में कपल्स की प्राइवेसी को भेदने वाला सनसनीखेज मामला सामने आया है। होटल विराट इन के रूम नंबर 203 और 206 में बल्ब होल्डर के अंदर स्पाई कैमरे लगाकर कपल्स की रिकॉर्डिंग करने वाला गिरोह पकड़ा गया है। हैरानी की बात यह है कि इस गैंग की मास्टरमाइंड...
ग्वालियर: ग्वालियर में कपल्स की प्राइवेसी को भेदने वाला सनसनीखेज मामला सामने आया है। होटल विराट इन के रूम नंबर 203 और 206 में बल्ब होल्डर के अंदर स्पाई कैमरे लगाकर कपल्स की रिकॉर्डिंग करने वाला गिरोह पकड़ा गया है। हैरानी की बात यह है कि इस गैंग की मास्टरमाइंड कोई बड़ा अपराधी नहीं, बल्कि इंजीनियरिंग की छात्रा राधा चौबे निकली।

ऐसे चलता था कैमरा गेम...
राधा होटल में रूम बुक करती थी और उसके बॉयफ्रेंड भूपेंद्र धाकड़ और साथी बृजेश धाकड़ मिलकर बल्ब होल्डर में स्पाई कैमरा फिट कर देते थे। 7 दिन बाद गैंग फिर वही कमरा बुक करता, कैमरा निकालकर फुटेज ले जाता और नया कैमरा इंस्टॉल कर देता। इस जाल में कई कपल्स फंस गए। भूपेंद्र के मोबाइल से कई कपल्स की प्राइवेट वीडियो क्लिप्स मिली हैं। हालांकि गैंग को हमेशा रिसेप्शन से कपल्स के नंबर नहीं मिलते थे, इसलिए कई लोगों को ब्लैकमेल नहीं किया जा सका। लेकिन इस बार गलती से चुना गया शिकार उनके लिए भारी पड़ गया।

सहेली के बॉयफ्रेंड को बनाया शिकार
ग्वालियर के रेलवे कर्मचारी पुष्पेंद्र प्रजापति अपनी गर्लफ्रेंड के साथ होटल विराट इन में रुका। रूम बुकिंग उसकी गर्लफ्रेंड की सहेली राधा चौबे ने कराई थी। कुछ दिन बाद पुष्पेंद्र को धमकी भरे मैसेज आने लगे कि ‘तुम्हारे प्राइवेट मोमेंट रिकॉर्ड हो चुके हैं, 1 लाख दो वरना वीडियो वायरल कर देंगे’ डर के मारे पुष्पेंद्र ने 50 हजार रुपए दे भी दिए, लेकिन जब ब्लैकमेलिंग बढ़ी तो उसने पुलिस को सूचना दी।
पुलिस ने ऐसे पकड़ा रैकेट?
पुलिस ने धमकी वाले नंबर को ट्रेस किया तो पता चला कि वो नंबर किसी और का नहीं बल्कि राधा चौबे का ही है। पूछताछ में खुलासा हुआ कि राधा अपने बॉयफ्रेंड और उसके दोस्त के साथ मिलकर कपल्स को ब्लैकमेल कर रही थी।

पढ़ाई और प्यार ने बनाया क्रिमिनल
राधा ने पुलिस को बताया कि वह MBA की फीस जुटाने के लिए ब्लैकमेलिंग कर रही थी। लेकिन कहानी में एक और ट्विस्ट है। जिस बॉयफ्रेंड भूपेंद्र धाकड़ के लिए राधा ने क्राइम की दुनिया में कदम रखा, वही शख्स पहले से शादीशुदा निकला। यानी ब्लैकमेलिंग की मास्टरमाइंड खुद धोखे का शिकार हो गई।
केस में नया मोड़
पुलिस होटल स्टाफ की भूमिका भी खंगाल रही है, क्योंकि बिना अंदरूनी मदद के यह खेल लंबे समय तक चलना मुश्किल था। अभी तक की जांच में सामने आया है कि होटल का चयन इसलिए हुआ क्योंकि यह सिटी सेंटर में कपल्स का पसंदीदा ठिकाना था। ग्वालियर का यह स्पाई कैमरा कांड कपल्स की प्राइवेसी पर बड़ा सवाल खड़ा करता है और यह बताता है कि कभी-कभी भरोसे का मुखौटा पहनकर भी धोखा दिया जा सकता है।