मप्र में टीका लगवाने वालों ने कहा, कोई डर नहीं, महामारी हारेगी

Edited By PTI News Agency, Updated: 16 Jan, 2021 07:51 PM

pti madhya pradesh story

भोपाल, 16 जनवरी (भाषा) मध्यप्रदेश में कोरोना टीकाकरण अभियान में टीके की पहली खुराक लेने वाले स्वास्थ्य और स्वच्छता कर्मियों ने विश्वास जताया कि इस टीके से कोरोना महामारी को हराने और कई जीवन बचाने में मदद मिलेगी। वहीं ग्वालियर के एक...

भोपाल, 16 जनवरी (भाषा) मध्यप्रदेश में कोरोना टीकाकरण अभियान में टीके की पहली खुराक लेने वाले स्वास्थ्य और स्वच्छता कर्मियों ने विश्वास जताया कि इस टीके से कोरोना महामारी को हराने और कई जीवन बचाने में मदद मिलेगी। वहीं ग्वालियर के एक स्वच्छताकर्मी ने कहा कि लोग भारतीय वैज्ञानिकों पर विश्वास रखें।

इन्दौर के सरकारी एम वाय अस्पताल में टीके की पहली खुराक पाने वाली स्वास्थ्यकर्मी आशा पंवार (55) ने कहा कि इस टीके के प्रभावों को लेकर उनके मन में कोई डर नहीं है और उन्हें पूरी उम्मीद है कि यह टीका महामारी से लोगों की जान बचाने में मददगार साबित होगा।

इन्दौर के जिला अस्पताल में आया का काम करने वाली आशा ने टीका लगवाने के बाद अंगुलियों से “विजयी चिन्ह” बनाते हुए खुशी जाहिर करते हुए कहा, “इंदौर में महामारी के प्रकोप की शुरुआत के वक्त डर का माहौल था। लेकिन अब टीका लगवाने के बाद मेरे मन में कोई डर नहीं है और मुझे बहुत अच्छा लग रहा है।”
भोपाल के अस्पताल में सुरक्षाकर्मी के तौर पर काम करने वाले हरिदेव यादव भोपाल के जेपी अस्पताल में टीके के खुराक पाने वाले पहले व्यक्ति बने।

उन्होंने लोगों से बिना किसी डर के टीका लगवाने का आग्रह किया और कहा, ‘‘लोगों को इस टीके से डरना नहीं चाहिए और कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ने के लिए इस अभियान में भाग लेना चाहिए।’’
इस मौके पर यादव को स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने फूलों का गुलदस्ता भेंट किया।

यादव ने कहा कि उनकी पत्नी को टीके को लेकर कुछ आपत्तियां थीं, लेकिन अब उनके टीकाकरण के लिए वह राजी हो गई। यादव ने कहा कि टीकाकरण के बाद वह अच्छा महसूस कर रहे हैं।

भोपाल के हमीदिया अस्पताल में वार्ड ब्वॉय संजय यादव इस अस्पताल में टीके के पहले लाभार्थी बने। संजय ने कहा, ‘‘मैं अब खुद को सुरक्षित महसूस कर रहा हूं।’’
ग्वालियर के स्वच्छताकर्मी रघुवीर वाल्मीकि ने जयारोग्य अस्पताल में टीके की शहर में पहली खुराक ली।

अस्पताल में अपनी भाभी और बेटी के साथ आये वाल्मीकि ने कहा कि अपने मन से सभी प्रकार के भ्रम निकालें और भारतीय वैज्ञानिकों पर भरोसा करें । यह टीका पूरी तरह से सुरक्षित है। इस महामारी के कारण देश में कई लोगों की जान गई है। इसलिये हम सभी को यह टीका मिलना चाहिये।

आदिवासी बहुल बड़वानी जिला अस्पताल में सफाईकर्मी राजेश डोडवे ने कहा कि टीका लगवाने के बाद मुझे अच्छा लग रहा है। यह टीका हमारे जिले से कोरोनावायरस को समाप्त कर देगा ।

देवास में टीका लगाने वाले स्वच्छता कर्मी राकेश कलसेरिया ने कहा कि महामारी को हराने के लिए सभी को टीका लगवाना चाहिए।

पूरे भारत में शुरू हुए टीकाकरण अभियान के पहले चरण के पहले दिन राज्य भर के कई डॉक्टरों, नर्सों और अन्य स्वास्थ्य देखभाल कर्मियों को टीके की खुराक दी गयी।

भोपाल के चिरायु मेडिकल कॉलेज के निदेशक डॉ. अजय गोयनका ने भी अन्य चिकित्सकों के साथ यहां हमीदिया अस्पताल में टीके की खुराक हासिल की।

चिरायु अस्पताल भोपाल का सबसे बड़ा निजी कोविड-19 उपचार केन्द्र भी है।

मध्यप्रदेश में कोरोना टीकाकरण के लिये भोपाल में 12 केन्द्रों सहित कुल 150 केन्द्रों पर शनिवार को यह अभियान प्रारंभ किया गया।

अधिकारियों के अनुसार राज्य में टीकाकरण अभियान के पहले चरण में 4.17 लाख स्वास्थ्य कर्मियों को टीके लगाए जाएंगे।


यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।

Related Story

Trending Topics

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!