Edited By meena, Updated: 17 Apr, 2021 03:07 PM
आपदा को अवसर के रूप में देखने वाले झोलाछाप डॉक्टरों की इन दिनों चांदी हो रही है। कोरोना के बिगड़ते हालातों के बीच ये झोलाछाप डॉक्टर पैसे के लालच में कोरोना संदिग्ध मरीजों का उपचार कर रहे है। ऐसे समय मे जिला प्रशासन की टीम लगतार छापामार करवाई कर रही...
मंदसौर(प्रीत शर्मा): आपदा को अवसर के रूप में देखने वाले झोलाछाप डॉक्टरों की इन दिनों चांदी हो रही है। कोरोना के बिगड़ते हालातों के बीच ये झोलाछाप डॉक्टर पैसे के लालच में कोरोना संदिग्ध मरीजों का उपचार कर रहे है। ऐसे समय मे जिला प्रशासन की टीम लगतार छापामार करवाई कर रही है। इसी कड़ी में मंदसौर में कोरोना संदिग्ध मरीजों का चोरी छुपे इलाज कर रहे एक झोलाछाप डॉक्टर के अस्पताल को सील कर दिया है। डॉक्टर के खिलाफ मिल रही लगातार शिकायतों के बाद जिला प्रशासन की टीम ने यह कार्यवाही की है।
जानकारी के मुताबिक, दलौदा थाना क्षेत्र के अंतर्गत विनयदीप पॉली क्लिनिक नाम से चल रहे इस हॉस्पिटल में कोरोना संदिग्ध मरीजों का उपचार किया जा रहा था। जिला प्रशासन को मिल रही शिकायतों के आधार पर देर शाम मंदसौर एसडीएम की टीम ने छापामार कारवाई की।
मौके पर क्लिनिक में दो कोरोना संदिग्ध मरीज भी भर्ती मिले। जिन्हें बाद में अन्य हॉस्पिटल में शिफ्ट किया गया। यहा जांच टीम को कई तरह की अनियमितताएं भी मिली है। हॉस्पिटल में बाकायदा नर्सिंग होम में विशेषज्ञ डॉक्टर की तरह उपचार किया जा रहा था। जबकि क्लिनिक संचालक के पास ऐसी कोई डिग्री नहीं पाई गई ।
साथ ही क्लिनिक के अंदर ही चल रहे एक मेडिकल स्टोर को भी सील किया गया है। अधिकारियों को आशंका है कि मेडिकल और क्लिनिक में अवैध रूप से रेमडेसीवीर इंजेक्शन स्टॉक हो सकते है।