Edited By Vikas Tiwari, Updated: 06 Dec, 2020 12:43 PM
लाख दावों के बावजूद शहडोल संभाग में स्वास्थ्य सुविधाएं नाकाफी साबित हो रही हैं। मासूमों पर कभी बीमारी का दंश भारी है तो कभी व्यवस्थाओं की कमी, लेकिन अब प्रसव को लेकर फिर स्वा ...
शहडोल (अजय नामदेव): लाख दावों के बावजूद शहडोल संभाग में स्वास्थ्य सुविधाएं नाकाफी साबित हो रही हैं। मासूमों पर कभी बीमारी का दंश भारी है तो कभी व्यवस्थाओं की कमी, लेकिन अब प्रसव को लेकर फिर स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही उजागर हुई है।
मामला जिले के बुढ़ार अस्पताल का है। जहां प्रसव पीडा के बाद साबो बस्ती की रहने वाली रेहनतुन निशा को शनिवार सुबह बुढ़ार अस्पताल में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों ने सामान्य जांच करते हुए गर्भवती को शहडोल रेफर कर दिया। इस दौरान अस्पताल प्रबंधन ने वाहन नहीं दिया, और एंबुलेंस भी नहीं मिली। तो परिजन महिला को ऑटो से 25 किमी दूर शहडोल जिला अस्पताल ले जाने लगे। इसी दौरान रास्ते में लालपुर के नजदीक महिला की हालत बिगड़ गई। पत्नी का प्रसव हो गया, लेकिन बच्चा फंस गया। किसी तरह महिला की सास ने बच्चे को बाहर निकाला। इसके बाद पत्नी को अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया।