Edited By Jagdev Singh, Updated: 31 Jan, 2020 03:59 PM
मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले से 2 दिन पूर्व मानवता को शर्मसार और रिश्तों को तार-तार कर देने वाला मामला सामने आया था। जहां एक बेटे ने अपनी मां का अंतिम संस्कार अपने घर से करने के लिए मना कर दिया था। उसका आरोप था कि उसकी पत्नी उसे ऐसा करने से मना कर रही...
छतरपुर (राजेश चौरसिया): मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले से 2 दिन पूर्व मानवता को शर्मसार और रिश्तों को तार-तार कर देने वाला मामला सामने आया था। जहां एक बेटे ने अपनी मां का अंतिम संस्कार अपने घर से करने के लिए मना कर दिया था। उसका आरोप था कि उसकी पत्नी उसे ऐसा करने से मना कर रही है।
वहीं अब मीडिया में मामला तूल पकड़ने के बाद और सामाजिक दबाव बनने पर बेटे को अब समझ में आया है। वहीं इसके बाद अब उसने प्रायश्चित कर लिया है और मां की अस्थियों से माफी मांगते हुए आगे के सारे कार्य खुद करने का फैसला किया है। वहीं बेटा अब दर्शना आश्रम परिवार के साथ अपनी मां की अस्थियां लेकर इलाहाबाद के लिए रवाना हो गया है। उसके साथ वृद्धाश्रम के लोग भी उपस्थित रहे और साथ में गए।
मां की मौत के बाद अब बेटे को समझ में आ गया कि घर-परिवार-समाज-मानवता क्या होती है। वहीं वृद्धाश्रम वालों का भी यही मानना है कि जब बेटा तैयार हो गया है तो अब हमें भी खुशी है और अच्छा लगा कि बेटा सुधर गया है और मां की सारी रस्में निभाने की जिम्मेदारी ली है।