Edited By meena, Updated: 07 Sep, 2022 04:18 PM

कोंडागांव में साल में एक बार खुलने वाला आलोर की पहाड़ी गुफा पर स्थित मां लिंगेश्वरी मंदिर इस साल भी आज बुधवार को बड़ी श्रद्धा के साथ खोला गया। मंदिर सेवा समिति के सदस्यों की मौजूदगी रही। वहीं प्रशासन व पुलिस के द्वारा कड़ी सुरक्षा व्यवस्था भी की गई।...
कोंडागांव (लीलाधर निर्मलकर): कोंडागांव में साल में एक बार खुलने वाला आलोर की पहाड़ी गुफा पर स्थित मां लिंगेश्वरी मंदिर इस साल भी आज बुधवार को बड़ी श्रद्धा के साथ खोला गया। मंदिर सेवा समिति के सदस्यों की मौजूदगी रही। वहीं प्रशासन व पुलिस के द्वारा कड़ी सुरक्षा व्यवस्था भी की गई। इस दौरान हजारों की संख्या में भक्त दूर दूर से पहुंचे। इस मंदिर में निसंतान विवाहित जोड़े मन्नत मांगने आते हैं।

देवताओं की धार्मिक आस्था के लिए पूरे विश्व में प्रख्यात बस्तर की खूबसूरत वादियों में शिवलिंग के अवतार में माता लिंगेश्वरी विराजमान है जो कोंडागांव जिला के फरसगांव ब्लाक अंतर्गत ग्राम झाटीबन आलोर के पहाड़ों के बीच एक गुफा में मां लिंगेश्वरी विराजमान है, जिसे मान्यताओं के अनुसार साल में एक बार ही गुफा के द्वार को खोला जाता है जिसे देखने हर वर्ष हजारों की संख्या में भक्त अलग-अलग राज्यों से मन्नत की कामना लिए दर्शन करने आते हैं।
अधिकांश दंपती जिसकी शादी 10 से 15 वर्ष होने के बाद संतान की प्राप्ति नहीं होता है ऐसे दंपत्ति माता के दर्शन करने आते हैं, पिछले दो साल कोरोना काल के चलते गुफा के द्वार तो खोला गया था लेकिन दर्शनार्थियों को माता के दर्शन नहीं कराया गया था। सभी लोग मंदिर के बाहर ही दर्शन करते थे लेकिन इस बार श्रद्धालुओं के लिए मंदिर का गुफा 7 सितंबर दिन बुधवार को खोला गया। इस बार श्रद्धालुओं को मंदिर के बाहर से ही माता के दर्शन करने होंगे।
श्रद्धालुओं को माता लिंगेश्वरी मेला का बड़ी बेसबरी से इंतजार रहता है। छत्तीसगढ़ सहित अन्य राज्यों से भी श्रद्धालु अपनी मनोकामना लिए माता के दर्शन को पहुंचे है। लिंगेश्वरी मंदिर सेवा समिति के सदस्यों ने आने वाले सभी श्रद्धालुओं से अपील की है कि कोरोना गाइडलाइंस का पालन करते हुए मास्क का उपयोग करें।