Edited By Himansh sharma, Updated: 27 Aug, 2025 01:08 PM

मध्य प्रदेश के साथ पूरे देशभर में गणेशोत्सव का आगाज आज से हो गया
सीहोर। (धर्मेंद्र राय): मध्य प्रदेश के साथ पूरे देशभर में गणेशोत्सव का आगाज आज से हो गया है, और इसी के साथ सीहोर का प्रसिद्ध सिद्धिविनायक चिंतामन गणेश मंदिर भव्य उत्सव का केंद्र बन गया है। अगले दस दिनों तक यहां भक्तों की भारी भीड़ जुटेगी। न केवल मध्यप्रदेश बल्कि देशभर के कोने-कोने से श्रद्धालु यहां पहुंचकर गणपति बप्पा के दर्शन करेंगे और आशीर्वाद लेंगे।
सीहोर का यह प्राचीन मंदिर अपनी ऐतिहासिक विरासत और अद्भुत मान्यताओं के कारण विशेष महत्व रखता है। मान्यता है कि यहां स्थापित गणेश प्रतिमा स्वयंभू है, इसलिए इसे सिद्ध स्थल का दर्जा प्राप्त है। यही कारण है कि यह मंदिर "चिंतामन गणेश मंदिर" के नाम से विख्यात है।
इतिहासकार बताते हैं कि इस मंदिर का निर्माण मराठा शासक पेशवा बाजीराव ने कराया था। सदियों से यहां पूजा-अर्चना और साधना का क्रम लगातार चलता आ रहा है। खासतौर पर बुधवार के दिन यहां भक्तों की भीड़ उमड़ती है, जबकि गणेश चतुर्थी पर यहां मेले जैसा नजारा रहता है।
मंदिर में स्थापित गणेश प्रतिमा की विशेषता यह है कि यह खड़ी मुद्रा में है और आधी प्रतिमा जमीन में धंसी हुई दिखाई देती है। इस अद्वितीय स्वरूप से भक्तों की आस्था और भी प्रगाढ़ हो जाती है।
किंवदंती के अनुसार, गणपति बप्पा स्वयं यहां प्रकट हुए थे, इसलिए यहां की प्रतिमा का प्रताप अन्य किसी भी स्थान से अधिक माना जाता है। कई तपस्वियों ने यहां तपस्या कर सिद्धियां प्राप्त कीं, और ऐसा विश्वास है कि जो भी भक्त यहां आकर अपनी व्यथा सुनाता है, उसकी हर समस्या का समाधान गणपति बप्पा करते हैं।
इस मंदिर की एक अनोखी परंपरा भी काफी चर्चित है—यदि कोई श्रद्धालु यहां आकर उल्टा स्वास्तिक बनाता है, तो उसकी हर मनोकामना पूरी होती है।
गणेशोत्सव को लेकर मंदिर परिसर में सजावट, भजन-कीर्तन और सांस्कृतिक कार्यक्रमों की पूरी तैयारी कर ली गई है। प्रशासन और मंदिर समिति ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए विशेष इंतज़ाम भी किए हैं, ताकि सभी भक्त सुगमता से दर्शन कर सकें।