Edited By meena, Updated: 25 Nov, 2021 11:48 AM
मध्य प्रदेश के सतना जिले में दर्दनाक हादसे में एक परिवार मौत के आगोश में समा गया। इस हादसे में दंपति और उनके बेटा-बेटी की मौत हो गई। हादसा मैहर के पास जीतनगर में एक भीषण सड़क हादसे में दंपती और उनके बेटा-बेटी की मौत हो गई। मैहर के रहने वाले सत्यम...
सतना: मध्य प्रदेश के सतना जिले में दर्दनाक हादसे में एक परिवार मौत के आगोश में समा गया। इस हादसे में दंपति और उनके बेटा-बेटी की मौत हो गई। हादसा मैहर के पास जीतनगर में एक भीषण सड़क हादसे में दंपती और उनके बेटा-बेटी की मौत हो गई। मैहर के रहने वाले सत्यम उपाध्याय अपने परिवार समेत सतना लौट रहे थए तभी जीतनगर के पास ट्रक ने उनकी कार को टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि टकराने के बाद भी ट्रक कार को 50 फीट तक घसीटता ले गया। बताया जा रहा है कुछ दूर जाकर टायर फटा तब कहीं जाकर ट्रक रूका। इससे दंपति और बेटी की मौके पर ही मौत हो गई जबकि बेटे ने अस्पताल में दम तोड़ा। हादसे के बाद ड्राइवर पास की झाड़ियों में छिप गया जिसे लोगों ने काबू कर लिया।
जानकारी के मुताबिक, मैहर स्थित उपाध्याय मोबाइल के संचालक सत्यम उपाध्याय अपनी पत्नी मेनका, 10 साल की बेटी इशानी और 8 साल के बेटे स्नेह के साथ सतना घूमने और शॉपिंग करने गए थे। वे बुधवार को मैहर लौट रहे थे, तभी रात 11 बजे के करीब जीतनगर में ट्रक ने उनके कार को टक्कर मार दी। स्थानीय लोगों ने कार के अंदर फंसे परिवार को बाहर निकाला, लेकिन तब तक सत्यम, मेनका और ईशानी की मौत हो चुकी थी। SDOP हिमाली सोनी मौके पर पहुंचीं और गंभीर रूप से घायल स्नेह को सतना भेजा।
बेटे को सही समय पर इलाज मिल जाता तो शायद बच जाता
बताया जा रहा है कि स्नेह को सही समय पर इलाज न मिल पाने के कारण उसकी मौत हुई है। क्योंकि हादसे के बाद उसे सीधे बिरला अस्पताल लाया गया, लेकिन अस्पताल प्रबंधन ने उसे भर्ती नहीं किया। बाद में उसे वापस जिला अस्पताल ले जाया गया, लेकिन यहां भी समय से इलाज शुरू नहीं हो पाया। स्नेह को काफी देर कर एंबुलेंस में ही रखना पड़ा। मामला SP धर्मवीर सिंह तक पहुंचा तो वे खुद जिला अस्पताल पहुंचे और उन्होंने स्नेह को जबलपुर के लिए रवाना किया। लेकिन जबलपुर पहुंचने से पहले ही उसने दम तोड़ दिया था।