Edited By meena, Updated: 30 Dec, 2025 07:14 PM

दुर्ग जिले की जीवनरेखा और हजारों लोगों की प्यास बुझाने वाली शिवनाथ नदी का पानी अब ज़हर बनता नजर आ रहा है। धमधा नगर पंचायत क्षेत्र अंतर्गत मोतीपुर-बिरोधा स्टाफ डैम के पास शिवनाथ नदी में बड़ी संख्या में मरी हुई मछलियां, सांप...
दुर्ग (हेमंत पाल) : दुर्ग जिले की जीवनरेखा और हजारों लोगों की प्यास बुझाने वाली शिवनाथ नदी का पानी अब ज़हर बनता नजर आ रहा है। धमधा नगर पंचायत क्षेत्र अंतर्गत मोतीपुर-बिरोधा स्टाफ डैम के पास शिवनाथ नदी में बड़ी संख्या में मरी हुई मछलियां, सांप, केकड़े और मेंढक तैरते हुए दिखाई दिए, जिससे पूरे क्षेत्र में सनसनी और भय का माहौल बन गया है।
नदी की इस भयावह स्थिति को देखकर स्थानीय ग्रामीणों और मछुआरों में भारी आक्रोश है। मछुआरों का आरोप है कि किसी फैक्ट्री द्वारा जहरीला रासायनिक पानी सीधे नदी में छोड़ा गया है, जिसके कारण नदी का पानी पूरी तरह दूषित हो गया है और जलीय जीवों की मौत हो रही है।
धमधा नगर की जल आपूर्ति पर संकट
गौरतलब है कि मोतीपुर-बिरोधा स्टाफ डैम से पूरे धमधा नगर को पेयजल की आपूर्ति की जाती है। यहां दो वाटर फिल्टर प्लांट स्थापित हैं, जिनके माध्यम से पानी शुद्ध कर नगरवासियों तक पहुंचाया जाता है। भविष्य में इसी स्रोत से धमधा ब्लॉक के कई गांवों को भी पानी पहुंचाने की योजना है।
ऐसे में शिवनाथ नदी का दूषित होना न केवल वर्तमान बल्कि आने वाले समय में हजारों लोगों के स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा बन सकता है। स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि समय रहते ठोस कदम नहीं उठाए गए, तो यह मामला एक बड़ी स्वास्थ्य आपदा में बदल सकता है।
कांग्रेस ने उठाए गंभीर सवाल, आंदोलन की चेतावनी
इस पूरे मामले पर कांग्रेस महामंत्री राजीव गुप्ता ने सरकार और प्रशासन पर तीखा हमला बोला है। गुप्ता ने आरोप लगाया कि “किसी कंपनी द्वारा लगातार दूषित और जहरीला पानी नदी में छोड़ा जा रहा है। इसके साथ ही अन्य गेट खुले रहने से वाटर लेवल भी कम हो रहा है, जिसका सीधा असर आम जनता पर पड़ेगा। यदि प्रशासन ने जल्द कार्रवाई नहीं की, तो कांग्रेस उग्र आंदोलन करेगी।

नगर पंचायत ने एहतियातन बंद की जल आपूर्ति
वहीं, धमधा नगर पंचायत अध्यक्ष श्वेता अग्रवाल ने मामले को गंभीर बताते हुए कहा “जैसे ही हमें जानकारी मिली, तत्काल नगर की जल आपूर्ति बंद कर दी गई है। अभी तक किसी भी नागरिक के स्वास्थ्य पर कोई प्रतिकूल प्रभाव सामने नहीं आया है। कलेक्टर महोदय ने मामले को संज्ञान में लिया है और जांच कराई जा रही है।”
प्रशासन जांच में जुटा
मामले पर धमधा अनुभागी अधिकारी (SDM) सोनल डेविड ने बताया “शिवनाथ नदी में प्रदूषण की जानकारी संज्ञान में आई है। पूरे मामले की जांच कराई जा रही है, दोषियों पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
जनता में डर, जवाब का इंतजार
फिलहाल शिवनाथ नदी का जहरीला रूप लोगों के मन में डर पैदा कर रहा है। सवाल यह है कि क्या सच में किसी फैक्ट्री का रासायनिक कचरा नदी में छोड़ा जा रहा है? और यदि हां, तो दुर्ग की जीवनदायिनी को ज़हर बनाने वालों पर कब होगी सख्त कार्रवाई? अब सभी की निगाहें प्रशासन की जांच रिपोर्ट और आगे की कार्रवाई पर टिकी हैं।