Edited By meena, Updated: 04 Jul, 2024 08:04 PM
इस रंग बिरंगी दुनिया में कई तरह के लोग रहते हैं और सबके शौक भी अलग अलग होते हैं...
मुरैना ( रोहित शर्मा ) : इस रंग बिरंगी दुनिया में कई तरह के लोग रहते हैं और सबके शौक भी अलग अलग होते हैं। किसी को फूल पौधों का किसी को पेटिंग्स का तो किसी को कुछ लेकिन मुरैना में एक ऐसा अनोखा शख्स रहता है जिसे घर में कचरा इक्ट्ठा करके रखने का शौक है। जी हां..और खास बात यह कि यह एक करोड़पति व्यवसायी है, जिसे लोग कचरा सेठ कहते हैं। उसे जहां भी कचरा मिलता है उसे उठाकर घर की छत से लेकर कमरों तक में भर देता है। किसी के छूने पर बोलता है हाथ मत लगाओ मेरा करोडों का माल है। तो आइए जानते है कि कौन है कचरा सेठ और उसे कैसे यह शोक जागा।
तीन मंजिला बिल्डिंग को कचरा घर में किया तब्दील
दरअसल, कचरा सेठ के नाम से मशहूर बिजनेस मैन योगेश गुप्ता मुरैना का रहने वाला है। वह अपने साथ एक बैग रखता है, उसे यहां भी कचरा दिखता है इकट्ठा करके अपने बैग में भर लाते हैं। इतना ही नहीं बल्कि शहर की गली मोहल्ले में जाकर भी यह कचरे को बीन लाते हैं। इस कचरे को वे अपनी तीन मंजिला बिल्डिंग में जमा कर लेते हैं। यही वजह है कि पिछले दो सालों से उन्होंने अपने तीन मंजिला मकान की सेकंड और थर्ड मंजिल को कचरा घर में तब्दील कर दिया था।
कचरे से फैली दुर्गंध, खुद की बेटी हुई बीमार
दो सालों से जमा इस कचरे से काफी दुर्गंध भी फैलती है जिससे कचरा सेठ के परिजन ही नहीं बल्कि मोहल्ले बासी भी बेहद परेशान हो रहे थे। इस गंदगी के कारण योगेश पाल की बेटी की तबीयत भी बिगड़ गई। उसके बाद बेटी ने पार्षद को इस बात की शिकायत की उसके बाद वार्ड पार्षद ने नगर पालिका के सफाई हमले को व्यापारी के घर कचरा उठाकर सफाई करने भेजा। लेकिन कचरा सेठ इस बात से इतना नाराज हुआ कि झगड़े पर अमादा हो गया। कचरे में डले प्लास्टिक के पाइप को उठाकर पीटने तक की धौंस देने लगा। इतना ही नहीं जो कचरा सफाईकर्मियों ने सड़क पर फेंका था उठाकर घर के अंदर ले जाने लगा।
एक दर्जन कर्मचारियों ने तीन घंटे में साफ किया कचरा
नगर पालिका की टीम के करीब एक दर्जन कर्मचारियों की टीम ने तीन घंटे की मशक्कत के बाद छत व कमरों सारा कचरा घर के बाहर फेंका। जेसीबी और ट्राली की मदद से तीन ट्रॉली कचरे को टचिंग ग्राउंड बेचकर व्यापारी का कचरा घर साफ कराने में सफल रही। जिसमें फटे-पुराने कपड़े, प्लास्टिक का सामान आदि कचरा था। सड़क पर कचरे के बड़े बड़े ढेर लगे थे।
पहले भी घर से उठाया था 8 ट्राली कचरा
बताया जा रहा है कि कचरा सेठ को बहुत पहले से ही कचरा बीनने का शोक है। इससे पहले 12 जून 2022 को भी योगेश गुप्ता के घर से आठ ट्राली कचरा निकाला गया था। उस समय नगर निगम की टीम ने आधा दर्जन से ज्यादा ड्रमों में नीबू, आम के छिलके, पानी निकलने के बाद खाली नारियल के खोके तक निकाले थे।
स्थानीय लोगों की मानें तो कचरे के कारण घर से बेहद दुर्गंध आती है जिससे आस पास के लोगों की सांस लेना भी दुर्लभ हो जाती है। इतना ही नहीं खुद कचरा सेठ के अपने परिजन इस दुर्गंध से परेशान रहते हैं।