Edited By meena, Updated: 30 Jan, 2023 01:07 PM

नारायणपुर बस्तर संभाग में एक बार फिर अपनी मांगों को लेकर आदिवासी समुदाय सड़कों पर उतर आया है। राशन, पानी समेत अपनी 6 सूत्रीय मांगों को लेकर इंद्रावती, बीजापुर, ओरछा ब्लाक सहित लगभग
नारायणपुर(लीलाधर निर्मलकर): नारायणपुर बस्तर संभाग में एक बार फिर अपनी मांगों को लेकर आदिवासी समुदाय सड़कों पर उतर आया है। राशन, पानी समेत अपनी 6 सूत्रीय मांगों को लेकर इंद्रावती, बीजापुर, ओरछा ब्लाक सहित लगभग 90 गांवों के लगभग 7 हजार ग्रामीणों ने ओरछा मंडाली पारा के मुख्य मार्ग में चक्काजाम कर दिया है।
आदिवासी समुदाय सड़क निर्माण बंद करने, नए पुलिस कैंप को वापस करने, पुलिस द्वारा महिलाओं पर अत्याचार न करने, ब्रेहबेड़ा आंदोलन पर बैठे महिलाओं की नहाते समय पुलिस द्वारा ड्रोन से वीडियो बनाने, झूठी मुठभेड़ में बे कसूर आदिवासियों की हत्या करने, बस्तर में आदिवासियों के आंदोलन में हमला को बंद करने की मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल में बैठ गए हैं। इस हड़ताल से रविवार को सुबह से ही ओरछा मार्ग पर यातायात पूरी तरह बाधित हो गया। रविवार सुबह ओरछा से मुख्यालय की जाने वाली यात्री बस भी ओरछा में ही फंसी रही।

प्रदर्शनकारियों में पुरुष, महिलाएं अपने बच्चों और दुधमुंहे बच्चों को लेकर शनिवार रात से ही बैठ गई है। कंडाके की ठंड से बचने के लिए वे अलाव का सहारा ले रहे हैं। आदिवासी अपने साथ राशन, पानी, के साथ साथ पारंपरिक हथियार, तीर धुनष, कुल्हाड़ी लेकर पहुंचे है। इस दौरान वे आमदई लौग अयस्क खनन व रावघाट परियोजना बंद करने का नारा लगा रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं हो जाती तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा। इस हड़ताल से ओरछा का मुख्यालय से संपर्क टूट गया है। साथ ही छोटेडोंगर ओरछा मार्ग में वाहनों के पहिए थम गये है जिससे सड़कों पर सन्नाटा पसरा हुआ था।