Edited By Vikas kumar, Updated: 10 May, 2020 08:57 PM
एक तरफ जहां समूचा देश कोरोना महामारी से बचाव हेतु तरह-तरह के उपाय अपना रहा है। जैसे बार-बार हाथ धोना, सार्वजनिक स्थलों से बचना औऱ सबसे महत्वपूर्ण शुद्ध पानी पीना व साफ स्व...
पन्ना: एक तरफ जहां समूचा देश कोरोना महामारी से बचाव हेतु तरह-तरह के उपाय अपना रहा है। जैसे बार-बार हाथ धोना, सार्वजनिक स्थलों से बचना औऱ सबसे महत्वपूर्ण शुद्ध पानी पीना व साफ स्वस्क्ष रहना। लेकिन मध्यप्रदेश के पन्ना जिला अस्पताल प्रबंधन ने आम मरीजों औऱ उनके परिजनों के साथ लापरवाही की हद कर दी, जो अमानवीयता की पराकाष्ठा है। लापरवाही की हद पार करते हुए अस्पताल प्रबंधन ने वार्ड के शौचालय के पाईप में से ही पेयजल के लिए वाटर कूलर लगा दिया है। इतना ही नहीं वाटर कूलर व शौचालय के नलों की कनेक्टिविटी भी साथ-साथ करवा दी।
सोचने वाली बात यह है कि जब कोई मरीज या परिजन पानी पीने के लिए शौचालय में लगे वाटर कूलर के पास जायेगा और देखेगा, कि यह वॉटर कूलर उसी लाइन से कनेक्ट है, जिस पानी को शौचालय में इस्तेमाल किया जाता है। तब उनकी मानसिक स्तिथि क्या होगी।
हालांकि जिला अस्पताल के इस अमानवीय व्यवहार से मरीज व उनके परिजनों में काफी असंतोष का माहौल निर्मित हो रहा है, और कोरोना संकट काल मे अस्पताल प्रबंधन की इस लापरवाही की घोर निंदा की जा रही है। वहीं मरीजों के परिजन व स्टाफ अपने आप को घृणित और असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। पन्ना कलेक्टर कर्मवीर शर्मा द्वारा बार-बार अस्पताल का दौरा किया जाता है बावजूद इस तरह की लापरवाहियां निकालकर आ रहीं हैं। फिर भी प्रबंधन है कि लापरवाहियों से बाज नहीं आ रहा है।