Edited By Devendra Singh, Updated: 03 Oct, 2022 12:45 PM
बलौदाबाजार में नौकरी लगाने के नाम पर ठगी करने का मामला सामने आया है। जिसके बाद पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उन्हें दो अलग अलग जगहों से गिरफ्तार किया है।
बलौदाबाजार (अशोक टंडन): छत्तीसगढ़ में बेरोजगारों तेजी से पैर पसार रही है। दूसरी ओर इन बेरोजगारों को रोजगार दिलाने के नाम पर ठगी की जा रही है। ऐसा ही एक मामला चौकी लवन से सामने आया है। यहां शासकीय विभाग में नौकरी लगाने के नाम पर ठगी करने वाले 2 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों की ओर से चिकित्सा विभाग, पुलिस विभाग एवं अन्य शासकीय विभागों में नौकरी लगाने के नाम पर बेरोजगारों को अपने झांसे में लिया जाता था। जिसके बाद पुलिस ने आरोपियों को रायपुर और कोरबा से पकड़ा है।
आपस में रिश्तेदार हैं दोनों आरोपी
लवन चौकी प्रभारी हितेश जंघेल ने बताया कि एक आरोपी छत्तीसगढ़ सशस्त्र पुलिस बल का जवान है। नारायण रात्रे निवासी करदा ने रिपोर्ट दर्ज कराया थी कि दुर्गेश टंडन और हीरालाल रात्रे ने 2014 में चिकित्सा विभाग में भर्ती के लिए विज्ञापन निकाला था। जिसमें उसके बेटे की नौकरी लगाने के नाम 2 लाख रुपये लिए थे। दोनों की ओऱर से एडवांस के रूप में15-15 हजार रूपये लिए थे। इसके अलावा बाकि 6 लोगों से भी 10 से 15 हजार आरोपियों ऐठें थे।
टीम गठित कर पकड़े गए दोनों आरोपी
जिसके बाद उप निरीक्षक हितेश जंघेल के नेतृत्व में विशेष टीम गठित किया गया। इसके बाद पुलिस की अलग-अलग टीमों का गठन कर आरोपी जोकि छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल का जवान है, जो कई सालों से कर्तव्य से अनुपस्थित चल रहा है। इसे संतोषी नगर रायपुर से तथा हीरालाल नवरंगे को कोरबा जिला से पकड़ा गया। दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया किया गया। इस कार्रवाई में सउनि नरेंद्र मारकंडे, प्रधान आरक्षक यशवंत ठाकुर, विनोद बांधे, सायबर सेल से कुमार जयसवाल, अजय यादव, हेमंत नायक का विशेष योगदान रहा।