Edited By Himansh sharma, Updated: 13 Dec, 2025 11:21 AM

डिजिटल युग में मोबाइल और इंटरनेट जहां जीवन को आसान बना रहे हैं, वहीं पॉर्न कंटेंट की बढ़ती लत युवाओं को अपराध की खतरनाक राह पर धकेलती नजर आ रही है।
शहडोल। डिजिटल युग में मोबाइल और इंटरनेट जहां जीवन को आसान बना रहे हैं, वहीं पॉर्न कंटेंट की बढ़ती लत युवाओं को अपराध की खतरनाक राह पर धकेलती नजर आ रही है। शहडोल जिले से सामने आया एक ताजा मामला इसी भयावह सच्चाई को उजागर करता है, जहां एक युवक ने नाबालिग छात्रा को प्रेमजाल में फंसाकर न केवल बार-बार दुष्कर्म किया, बल्कि अश्लील वीडियो बनाकर लंबे समय तक उसे ब्लैकमेल करता रहा। पुलिस की त्वरित कार्रवाई से आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।
स्कूल की पहचान बनी अपराध की वजह
जयसिंहनगर थाना क्षेत्र निवासी अनुराग गुप्ता की पहचान स्कूल में पढ़ाई के दौरान उसी विद्यालय की एक नाबालिग छात्रा से हुई थी। धीरे-धीरे यह पहचान दोस्ती में बदली, लेकिन आरोपी ने इस दोस्ती को गलत दिशा में मोड़ दिया। उसने छात्रा को झांसे में लेकर उसके साथ जबरन शारीरिक संबंध बनाए और इस दौरान अश्लील फोटो व वीडियो भी रिकॉर्ड कर लिए।
वीडियो वायरल करने की धमकी देकर करता रहा शोषण
आरोपी ने अश्लील वीडियो और फोटो वायरल करने की धमकी देकर नाबालिग को लगातार ब्लैकमेल किया। वह हर सप्ताह या पंद्रह दिन में जयसिंहनगर बुलाकर जबरदस्ती शारीरिक संबंध बनाता रहा और लगातार नए वीडियो-फोटो बनाता रहा।
मारपीट और धमकी के बाद टूटी पीड़िता की चुप्पी
5 दिसंबर को आरोपी पीड़िता के घर पहुंचा और मिलने से इनकार करने पर अश्लील सामग्री वायरल करने की धमकी देते हुए मारपीट की। इसके बाद 9 दिसंबर की रात डर के कारण बुलाने पर गई पीड़िता के साथ फिर से जबरदस्ती बलात्कार किया गया। मानसिक और शारीरिक रूप से आहत नाबालिग ने आखिरकार हिम्मत जुटाकर पूरे मामले की जानकारी अपने परिजनों को दी।
महिला थाने में दर्ज हुआ गंभीर अपराध
10 दिसंबर को पीड़िता अपने माता-पिता और जीजा के साथ महिला थाना शहडोल पहुंची और लिखित आवेदन देकर पूरी घटना बताई। पुलिस ने तत्काल संज्ञान लेते हुए आरोपी के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता और पॉक्सो अधिनियम की गंभीर धाराओं में मामला दर्ज किया।
त्वरित कार्रवाई, आरोपी सलाखों के पीछे
मामले की गंभीरता को देखते हुए जयसिंहनगर पुलिस ने तेजी से विवेचना पूरी कर आरोपी अनुराग गुप्ता को गिरफ्तार किया और माननीय न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
समाज के लिए कड़ा संदेश
रीवा के बाद शहडोल में सामने आए इस मामले ने एक बार फिर यह चेतावनी दी है कि पॉर्न वीडियो से उपजी मानसिकता किस तरह जघन्य अपराधों को जन्म दे रही है। शहडोल पुलिस की कार्रवाई ने स्पष्ट संदेश दिया है कि नाबालिगों की जिंदगी से खिलवाड़ करने वालों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।