Edited By meena, Updated: 16 Jul, 2025 04:57 PM

मध्यप्रदेश के डबरा देहात थाना क्षेत्र में सोमवार को एक दर्दनाक और रहस्यमयी घटना सामने आई जब 21 वर्षीय...
डबरा/दतिया (भरत रावत) : मध्यप्रदेश के डबरा देहात थाना क्षेत्र में सोमवार को एक दर्दनाक और रहस्यमयी घटना सामने आई जब 21 वर्षीय युवक आकाश रावत का शव सिमरिया रेलवे ट्रैक पर संदिग्ध अवस्था में मिला। युवक पर कुछ ही घंटे पहले गोराघाट थाने में बलात्कार का मामला दर्ज किया गया था। पुलिस जहां इसे आत्महत्या मान रही है, वहीं परिजन इसे सुनियोजित हत्या बता रहे हैं।
FIR के चंद घंटे बाद मिला शव, गांव में फैली सनसनी
मृतक आकाश रावत (निवासी ग्राम पचोखरा, हाल निवासी बड़ोनकलां तिराहा) पर उसी के गांव की एक नाबालिग लड़की ने बलात्कार का आरोप लगाया था, जिसकी शिकायत पर गोराघाट थाने में आज ही आईपीसी की धारा 376 के तहत FIR दर्ज हुई थी। FIR के चंद घंटे बाद ही युवक का शव रेलवे ट्रैक पर मिला।
संदिग्ध मौत के बाद भड़के परिजन, शव रखकर किया चक्काजाम
शव मिलने की सूचना के बाद मृतक के परिजन और ग्रामीण उग्र हो उठे। परिजन डबरा देहात थाना पहुंचकर शव को वहां से उठाकर गोराघाट नेशनल हाईवे-44 पर ले आए और सड़क पर शव रखकर जाम लगा दिया। आरोप लगाया कि यह आत्महत्या नहीं, हत्या है और इसके पीछे लड़की पक्ष के लोगों की साजिश है।
गंभीर आरोप: पैसों की मांग कर फंसाया गया झूठे केस में
परिजनों का आरोप है कि युवती के परिजन युवक से मोटी रकम की मांग कर रहे थे, और पैसे न मिलने पर उसे झूठे रेप केस में फंसाया गया। इतना ही नहीं, परिजनों का दावा है कि युवक की हत्या कर उसके शव को ट्रेन से कटने की शक्ल देने के लिए ट्रैक पर फेंका गया।

2.5 घंटे हाईवे रहा बंद, पुलिस-ग्रामीण आमने-सामने
गुस्साए ग्रामीणों और परिजनों ने झांसी-ग्वालियर नेशनल हाईवे को पूरी तरह से बंद कर दिया, जिससे 2 घंटे से अधिक समय तक यातायात प्रभावित रहा। भीड़ को हटाने के लिए जब पुलिस ने हस्तक्षेप किया, तो मामला बेकाबू हो गया।

लाठीचार्ज और पत्थरबाजी-हाईवे बना रणभूमि
हाईवे पर उग्र प्रदर्शन और नारेबाजी के बीच पुलिस ने जब जाम खुलवाने की कोशिश की तो स्थिति बिगड़ गई। रक्षित निरीक्षक सौरभ तिवारी के नेतृत्व में पुलिस बल ने लाठीचार्ज कर भीड़ को खदेड़ा। वहीं, कुछ लोगों ने पुलिस पर पथराव भी किया। माहौल तनावपूर्ण हो गया।
परिजनों ने इसे हत्या बताया और शव को गोराघाट हाईवे-44 पर रखकर चक्काजाम कर दिया। आरोप लगाया गया कि युवती के परिजन पैसों की मांग कर रहे थे और झूठे केस में फंसाने के बाद युवक की हत्या कर दी गई।
करीब 2.5 घंटे तक चला जाम, पुलिस के समझाने पर हालात बिगड़े और लाठीचार्ज-पथराव की स्थिति बन गई। हाईवे कुछ समय के लिए रणभूमि में तब्दील हो गया। मामले में जांच जारी है और क्षेत्र में तनाव का माहौल है। यह पूरा मामला रक्षित निरीक्षक सौरभ तिवारी और परिजनों के बीच हुई हल्की नोक झोंक के बाद हालात बिगड़े तब सौरभ तिवारी के नेतृत्व में पुलिस ने हाईवे पर बैठे लोगों पर लाठी चार्ज कर दिया और इतना ही नहीं जमकर डंडेबाजी की।