Edited By meena, Updated: 07 Jun, 2023 03:44 PM

उज्जैन महाकाल लोक में मूर्तियां खंडित होने का मामले ने तूल पकड़ लिया है। इसे लेकर सोशल मीडिया पर इन दिनों
उज्जैन(विशाल सिंह): उज्जैन महाकाल लोक में मूर्तियां खंडित होने का मामले ने तूल पकड़ लिया है। इसे लेकर सोशल मीडिया पर इन दिनों नारद और भगवान शिव का एक वीडियो जमकर वायरल हो रहा है। इस वीडियो में देव ऋषि नारद और भगवान शिव महाकाल लोक में गिरी सप्तऋषि की प्रतिमाओं को लेकर बात करते नजर आ रहे हैं जिसमें भगवान शिव इस बार कमलनाथ को लाने की बात कर रहे हैं। 46 सेकंड के इस वीडियो पर संत समाज ने आपत्ति जताई है। उनका कहना है कि कांग्रेस को धर्म का मजाक नहीं उड़ाना चाहिए। बीजेपी भी इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस पर हमलावर हो गई है। पूर्व मंत्री और विधायक पारस जैन ने इस वीडियो को भ्रम पैदा करने वाला बताकर कहा है कि कांग्रेस की मति मारी गई है।
क्या है वीडियो में...
वीडियो में महादेव सीरियल के कुछ दृश्य एडिट और डबिंग किए गए हैं। इसमें नारद सप्तऋषि की मूर्तियों को गिरते हुए देखकर कहते हैं - महाकाल लोक की यह दुर्दशा भोलेनाथ आपकी नगरी उज्जैयनी में...। इस पर महादेव क्रोधित होकर बोलते हैं- मैं जानता हूं कि वहां क्या हुआ है, जनता के रक्षक ही भक्षक बन बैठे हैं। अब कमलनाथ को लाना ही होगा।
कांग्रेस की मति मारी गई है - पारस जैन
पूर्व मंत्री और विधायक पारस जैन ने कहा कि मैंन भी वीडियो देखा है। कांग्रेस की मति मारी गई है। भगवान शिव का नाम लेकर कह रहे हैं कि कांग्रेस को, कमलनाथ को लाना पड़ेगा। इस तरह के वीडियो से न तो जनता गुमराह होगी और न ही कांग्रेस पर कोई भरोसा करेगा। महाकाल लोक का नाम लेकर इस तरह का प्रचार करना बिल्कुल गलत है।
वीडियो रूका नहीं, तो कोर्ट तक जाएंगे हम- संत समाज
वीडियो पर आपत्ति लेते हुए परमहंस अवधेश पुरी ने कहा, 'भगवान शिव और नारद मुनि का इस तरह दुरुपयोग करना सनातन धर्म और संस्कृति के खिलाफ है। कांग्रेस को ऐसी नौटंकी कर धर्म का मजाक नहीं उड़ाना चाहिए। यह हम सहन नहीं करेंगे। यह नहीं रुका, तो हम कोर्ट तक जाएंगे। अगर महाकाल लोक में भ्रष्टाचार हुआ भी है तो इसकी जांच चल ही रही है। वहीं, महामंडलेश्वर शैलेशानंद जी ने कहा, 'राजनीति में गिरती हुई भाषा का प्रयोग हम देख रहे हैं। हमारे आराध्य देवों को भी राजनीति में खींचा जा रहा है, ये उचित नहीं है। इस प्रकार के कृत्य से दूर रहना चाहिए।'