Edited By Vikas kumar, Updated: 06 May, 2020 02:07 PM
प्रदेश के ग्रीन जोन क्षेत्रों में शराब दुकान खुलने के बाद आपने लोगों की भीड़ तो देखी ही होगी। शराब लेने के लिए भीड़ कुछ ऐसी लगी जैसे एक बार फिर प्रदेश में नोटबंदी लग लागू कर दी गई ...
छतरपुर (राजेश चौरसिया): प्रदेश के ग्रीन जोन क्षेत्रों में शराब दुकान खुलने के बाद आपने लोगों की भीड़ तो देखी ही होगी। शराब लेने के लिए भीड़ कुछ ऐसी लगी जैसे एक बार फिर प्रदेश में नोटबंदी लग लागू कर दी गई हो। विश्व पर्यटन स्थल खजुराहो में महिलाएं भी शराब की दुकान में शराब खरीदते दिखाई दीं। हालांकि उन्होंने सोशल डिस्टेंस का पालन किया। मास्क लगाया और लाइन में लगकर शराब खरीदी।
यहां एक बात अजीब सी लगी कि हर जगह महिलाओं की अलग से खिड़की काउंटर होता है। जिससे उनको असुविधा न हो। लेकिन शराब दुकान में अलग से काउंटर खिड़की न होने की वजह से उन्हें पुरुषों की लाईन में लगना पड़ा, जो असहज सा प्रतीत हुआ। हालांकि अब सरकार को चाहिये कि शराब की हर दुकान, ठेके में भी महिलाओं के लिए अलग से काउंटर और खिड़की की व्यवस्था हो ताकि उन्हें असहजता प्रतीत न हो।
बता दें कि कमलनाथ सरकार भी महिलाओं के लिए अलग से वाईन शॉप खोलने की कवायद कर चुकी है। जिससे नजारा देखकर लगता है, कि उसकी आवश्यकता थी पर फिलहाल अलग से काउंटर ही काफी है। जहां एक ओर महिलाएं पुरुषों के साथ कदम से कदम मिलाकर चल रहीं हैं तो वहीं यहां भी वे किसी से कमतर नहीं हैं। स्वाभाविक है कि हमारी इस खबर से लोगों की अलग-अलग प्रतिक्रियाएं और विचार होंगे। ज़ब बात निकली है तो दूर तलक जायेगी। हमारीं इस पहल से शासन प्रशासन और सरकार को इस मुद्ददे पर विचार करना होगा। ताकि महिलाओं के भी सम्मान और वरीयता का ख़याल रखा जा सके।