Edited By Vikas Tiwari, Updated: 12 Oct, 2025 05:18 PM

मध्यप्रदेश के पूर्व विधायक और सर्वहारा वर्ग के नेता शंकरलाल तिवारी का दिल्ली एम्स में निधन हो गया। उनके निधन की खबर से समर्थकों और क्षेत्र में शोक की लहर है। वे बेबाक शैली के नेता के रूप में जाने जाते थे और समाज में हमेशा न्याय और सशक्तिकरण के पक्ष...
सतना: मध्यप्रदेश के पूर्व विधायक और सर्वहारा वर्ग के नेता शंकरलाल तिवारी का दिल्ली एम्स में निधन हो गया। उनके निधन की खबर से समर्थकों और क्षेत्र में शोक की लहर है। वे बेबाक शैली के नेता के रूप में जाने जाते थे और समाज में हमेशा न्याय और सशक्तिकरण के पक्ष में बोलते रहे।

स्वर्गीय शंकरलाल तिवारी अपने पीछे पत्नी सुषमा तिवारी, तीन बेटे राजनारायण, आशीष, पुनीत, और बेटी विजयश्री सहित पूरा परिवार छोड़ गए। उनका जन्म 8 अप्रैल 1953 को चकदही गांव में हुआ था और वे सतना के सुभाष चौक स्थित पुस्तैनी मकान में परिवार के साथ रहते थे। स्वर्गीय तिवारी बचपन से संघ से जुड़े हुए थे। 1975 में आपातकाल के दौरान उन्हें 18 माह तक जेल में रखा गया। इस दौरान उन्हें रीवा, टीकमगढ़ और सतना की जेलों में रखा गया। जेल से बाहर आने के बाद उन्होंने संघ और भाजपा की राजनीति में सक्रिय भूमिका निभाई और जिलास्तर पर पार्टी में कई पदों पर कार्य किया।
शंकरलाल तिवारी ने 1998 में अपना पहला चुनाव निर्दलीय लड़ा। इसके बाद वे 2003, 2008 और 2013 में भाजपा के टिकट पर चुनावी मैदान में उतरे और सतना से लगातार तीन बार विधायक चुने गए। उनका निधन मध्यप्रदेश राजनीति में एक युग के खत्म होने जैसा है।