Edited By meena, Updated: 06 Dec, 2025 06:52 PM

देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो का ऑपरेशनल संकट शनिवार को भी गहराया रहा। पिछले 24 घंटों में 600 से अधिक उड़ानें रद्द और 1,200 से ज्यादा उड़ानें देरी से चलने के बाद हजारों यात्री दिल्ली, मुंबई, बेंगलुर...
भोपाल : देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो का ऑपरेशनल संकट शनिवार को भी गहराया रहा। पिछले 24 घंटों में 600 से अधिक उड़ानें रद्द और 1,200 से ज्यादा उड़ानें देरी से चलने के बाद हजारों यात्री दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, हैदराबाद और कोलकाता एयरपोर्ट पर फंसे रहे। इस अव्यवस्था ने एक बार फिर निजी क्षेत्र की जवाबदेही और सरकार की निगरानी पर सवाल खड़े कर दिए हैं। इसी कड़ी में मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम और राज्यसभा सांसद ने सरकार पर सवाल उठाए हैं।
दिग्विजय सिंह का Attack: “सरकार और इंडिगो दोनों चुप
दिग्विजय सिंह ने संकट पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि “निजी संस्थाओं को अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए, लेकिन यहां ऐसा होते दिख नहीं रहा। हजारों यात्री फंसे हैं, कोई स्पष्ट सूचना नहीं दी जा रही। न एयरलाइन जवाब दे रही, न सरकार।”
उन्होंने बताया कि तीन दिन पहले उन्हें खुद इंडिगो की देरी का सामना करना पड़ा। दिल्ली से मुंबई की उनकी फ्लाइट साढ़े तीन घंटे लेट हुई। बावजूद इसके एयरलाइन या सरकार की तरफ से कोई स्पष्टीकरण नहीं मिला। दिग्विजय सिंह ने सीधे सवाल दागते हुए कहा “इंडिगो भरोसे की एयरलाइन थी। अचानक ऐसा क्या हुआ? क्या सरकार बताएगी? क्या इंडिगो बताएगी?”
केंद्र सरकार की एंट्री: किराए पर कैप और रिफंड का आदेश
यात्रियों के बढ़ते आक्रोश को देखते हुए केंद्र सरकार ने कदम उठाया—
1. हवाई किराए पर कैप लागू
- सभी एयरलाइंस को निर्देश कि प्रभावित रूट्स पर किराए में उछाल न करें
- निर्धारित किराया सीमा का सख्ती से पालन करें
2. इंडिगो को रिफंड का आदेश
- नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने निर्देश दिया
- रविवार रात तक सभी यात्रियों को रिफंड प्रोसेस पूरा किया जाए