Edited By meena, Updated: 05 May, 2021 08:11 PM

देशभर में ऐसी बहुत सी खबरें सामने आई जिसमें एंबुलेंस चालक कोविड मरीजों से ज्यादा किराया ले रहे हैं। कम दूरी के लिए भी एंबुलेंस संचालक पांच से 10 हजार रुपये की मांग कर रहे हैं। लेकिन मध्य प्रदेश के बालाघाट के आदिवासी बाहुल्य बैहर में इस सबके उल्ट एक...
बालाघाट: देशभर में ऐसी बहुत सी खबरें सामने आई जिसमें एंबुलेंस चालक कोविड मरीजों से ज्यादा किराया ले रहे हैं। कम दूरी के लिए भी एंबुलेंस संचालक पांच से 10 हजार रुपये की मांग कर रहे हैं। लेकिन मध्य प्रदेश के बालाघाट के आदिवासी बाहुल्य बैहर में इस सबके उल्ट एक व्यवसायी बनती जैन ने अपनी पांच लग्जरी कारों को ऑक्सिजन एंबुलेंस में बदल दिया है। इन एंबुलेंस के जरिए वह मरीजों को फ्री में अस्पताल पहुंचाते हैं। युवा व्यवसायी मरीजों को जिले से बाहर जाने और लाने के लिए इनोवा, होंडा सिटी, इटियॉस जैसी लग्जरी कार में ऑक्सिजन सिलेंडर लगा दिया है। साथ ही सीट को बेड में तब्दील कर दिया है। इस अनोखी पहल से शहर के लोगों के साथ साथ राज्यभर के लोग उनके कार्य की सराहना कर रहे हैं। उनकी अच्छाई में शहर के लोग भी उनका भरपूर साथ दे रहे हैं। शहर के कई सक्षम लोग आपस में चंदा कर मरीजों के लिए डीजल की व्यवस्था करते हैं।

मरीजों को अस्पताल पहुंचाने के लिए 24 घंटे देते हैं सेवा
व्यवसायी की पांचों गाड़ियां मरीज को अस्पताल पहुंचाने और लाने के लिए 24 घंटे तैयार रहती है। गरीबों की इन गाड़ियों की सेवा फ्री होती है वहीं सक्षम मरीजों से जायज किराया लेकर उन्हें एंबुलेंस मुहैया कराई जाती है। युवा व्यवसायी ने बताया कि इस क्षेत्र में इससे पहले एक एंबुलेंस ही थी इसलिए उसने तय किया कि अपनी लग्जरी गाड़ियों को ही एंबुलेंस बना देते हैं।

वहीं, मदद करने वाले एक और युवक मनीष तिवारी का कहना है कि हम लोगों ने आपस में मिलकर अपनी गाड़ियों को एंबुलेंस में तबदील किया है, जिसमें ऑक्सीजन सिलेंडर भी लगाए गए हैं। ताकि गरीब मरीजों को अस्पताल ले जा सके। जिले के आदिवासी बाहुल्य बैहर में इन युवाओँ की यह पहल काबिले तारीफ है।