Edited By meena, Updated: 23 May, 2025 04:30 PM

राजपूत समाज में दूल्हे की सगाई दस्तूर में लाखों रूपए और सोने-चांदी के आभूषण देने की परंपरा सालों से चली आ रही है...
नीमच (मूलचंद खींची) : राजपूत समाज में दूल्हे की सगाई दस्तूर में लाखों रूपए और सोने-चांदी के आभूषण देने की परंपरा सालों से चली आ रही है, लेकिन नीमच जिले में सिंगोली के पास स्थित अम्बा ठिकानें में दूल्हे ने लाखों रूपए ठुकरा दिए और सगाई दस्तूर में सिर्फ एक रूपया और नारियल लिया। शक्तावत परिवार के इस संदेश की हर तरफ प्रशंसा हो रही है।
करणी सेना परिवार के सक्रिय सदस्य पुष्पराज सिंह शक्तावत ने जानकारी देते हुए बताया कि ठिकाना अंबा में ठाकुर साहब दलपत सिंह के पौत्र व कुंवर सिद्दार्थ सिंह शक्तावत के बेटे देवांश सिंह की सगाई दस्तूर का गुरूवार 22 मई को कार्यक्रम आयोजित हुआ। दूल्हे को ससुराल पक्ष ठिकाना आंकली लड़की वालों की तरफ से ठाकुर कैलाश सिंह, शंकर सिंह, सूर्यभानसिंह पंवार ठिकाना आंकली ने टीका दस्तूर के रूप में 5 लाख 21 हजार पेश किए। इस पर दूल्हे के पिता ने शगुन के तौर पर एक रुपया नारियल लेकर टीका दस्तूर की रोकड़ राशि वापिस लौटाई। वह राजपूत समाज सहित अन्य समाजों के लिए लड़की वालों की तरफ से टीके में आने वाली नगद राशि को नहीं लेने का संदेश दिया।

इस आयोजन में उपस्थित राजपूत समाज जनों ने इसकी सराहना करते हुए कहा कि इससे दहेज मुक्त समाज के विकास को बल मिलेगा व समाज उत्थान की दिशा में सराहनीय कदम बताया। इस अवसर पर ठाकुर साब अम्बा देवराज सिंह शक्तावत, ठाकुर साब गुलाब सिंह राठौड़ गुड्डा खेड़ा, ठाकुर साब भेरू सिंह हाड़ा दौलपूरा, ठाकुर साब गजेंद्र सिंह राठौड़ रानीपुरिया, ठाकुर साब गजेंद्र सिंह राठौड़ चम्पी,ठाकुर साब लाखन सिंह चौहान नारायणगढ़ सहित आसपास के सभी ठिकानों से राजपूत समाज के पदाधिकारी व समाजजन उपस्थित थे।