Edited By Himansh sharma, Updated: 20 Aug, 2025 11:22 AM

जांच में सामने आया कि अर्चना पिछले दो साल से ग्वालियर में तैनात आरक्षक राम तोमर से संपर्क में थी।
भोपाल। इंदौर से कटनी जा रही नर्मदा एक्सप्रेस के एसी कोच से अचानक गायब हुई छात्रा अर्चना तिवारी (29) को पुलिस ने आखिरकार 12 दिन बाद यूपी से खोज निकाला। जानकारी के मुताबिक, उसे लखीमपुर खीरी ज़िले में नेपाल सीमा के करीब से बरामद किया गया है।
भोपाल जीआरपी एसपी राहुल कुमार ने बताया कि टीम लगातार जंगल और आसपास के इलाकों में सर्च कर रही थी। मंगलवार को सफलता मिली और अर्चना को सुरक्षित बरामद कर लिया गया।
दोस्ती और टिकट का राज़
जांच में सामने आया कि अर्चना पिछले दो साल से ग्वालियर में तैनात आरक्षक राम तोमर से संपर्क में थी। पुलिस पूछताछ में राम तोमर ने स्वीकार किया कि उसने छात्रा का ट्रेन टिकट भी बुक किया था, लेकिन अर्चना यात्रा के लिए पहुँची ही नहीं।
फोन कॉल्स और संदिग्ध कनेक्शन
कटनी और जबलपुर जीआरपी को यह भी जानकारी लगी है कि दोनों के बीच लंबे समय से मोबाइल पर बातचीत हो रही थी। इतना ही नहीं, ग्वालियर के एक हवलदार की बेटी से भी अर्चना की जान-पहचान थी और वह उससे मिलने भी आई थी।
दबिश में बड़ा खुलासा
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार राम तोमर के ठिकाने पर जब पुलिस ने छापा मारा तो वहाँ से कई लड़कियों का सामान और संदिग्ध सामग्री मिली। पुलिस अब इन सामानों और राम तोमर की भूमिका को लेकर गहराई से पड़ताल कर रही है।
फिलहाल, अर्चना को सुरक्षित बरामद कर लिया गया है और जीआरपी आगे की जांच में जुटी हुई है।