Edited By meena, Updated: 22 Nov, 2024 08:25 PM
मध्य प्रदेश के रतलाम में 4 माह के जुड़वा भाई-बहन की मौत गुत्थी को पुलिस ने सुलझा लिया है। सनसनीखेज मामले में हत्यारा कोई और नहीं बल्कि मां ने ही अपने 4...
रतलाम (समीर खान) : मध्य प्रदेश के रतलाम में 4 माह के जुड़वा भाई-बहन की मौत गुत्थी को पुलिस ने सुलझा लिया है। सनसनीखेज मामले में हत्यारा कोई और नहीं बल्कि मां निकली। जिसने अपने जुड़वा बेटी-बेटी की हत्या की थी और साक्ष्य उसके पति ने छुपाए थे। मामले में पिता को भी आरोपी बनाया है। शुक्रवार को एसपी अमित कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पूरे मामले का खुलासा किया। एसपी ने गुरुवार शाम को स्वयं घटना स्थल जाकर निरीक्षण किया था और घटनाक्रम का रिक्रिएशन भी कराया था।
इसलिए मां ने कर दी हत्या
एसपी अमित कुमार ने बताया कि पुलिस जांच में यह तथ्य सामने आए कि मृतक बच्चों की मां मुस्कान पति आमिर अपने बच्चों को संभालने की बात पर सास और पति से सहयोग नहीं मिलने से नाराज थी। घटना के दिन भी मोहल्ले में गमी होने से सास और पति जब जाने लगे तो बच्चों की मां मुस्कान ने कहा कि मैं अकेले इन बच्चों को नहीं संभाल पाऊंगी। इसके बाद भी यह दोनों चले गए। बच्चों को संभालने से नाराज होकर मुस्कान ने दोनों बच्चों की हत्या कर दी।पुलिस के अनुसार, पूछताछ में जो जानकारी मिली उसमें पता चला कि एक बच्चा जमीन पर लेटा हुआ था और दूसरा झूले में था। मां ने पहले एक बच्चे को पानी से भरी हुई सिंटेक्स की टंकी में डाला और बाद में दूसरे बच्चे को भी टंकी में डाल दिया। घटना के बाद मुस्कान ने पति आमिर को फोन लगाकर दोनों बच्चों के घर में नहीं होने की जानकारी दी। पति अमीर कुरैशी अपने एक दोस्त के साथ घर आया और बच्चों को ढूंढा। बाद में पति ने पानी की टंकी से बच्चों को निकाला, लेकिन तब तक वह मर चुके थे।
आमिर दोनों बच्चों को लेकर शैरानीपुर स्थित सुसराल गया और वहीं कब्रिस्तान में दफना दिया। बाद में पुलिस को बताया कि उसकी पत्नी बीमार रहती है और उसकी गोदी से पहले एक बच्चा पानी की टंकी में गिरा उसे निकालने के चक्कर में दूसरा बच्ची भी टंकी में गिर गया। लेकिन शक के आधार पर पुलिस ने मामले में फिर से जांच की और सारा सच सामने आ गया। इस मामले में बच्चों की मां मुस्कान पति अमीर कुरैशी 25 वर्ष के खिलाफ हत्या और पिता आमीर कुरैशी 30 वर्ष के खिलाफ साक्ष्य छुपाने का प्रकरण दर्ज किया है।
इनकी रही सराहनीय भूमिका
एसपी कुमार ने एएसपी राकेश खाखा एवं सीएसपी सत्येंद्र घनघोरिया के मार्गदर्शन में माणक चौक थाना प्रभारी सुरेंद्र गडरिया और एफएसएल अधिकारी अतुल मित्तल के नेतृत्व टीम गठित की थी। मामले को सुलझाने में एफएसएल अधिकारी अतुल मित्तल, निरीक्षक सुरेंद्र सिंह गडरिया, महिला थाना प्रभारी पार्वती गौड, उप निरीक्षक दीपक डामोर, प्रवीण वास्कले, एएसआई शिवनाथ सिंह राठौर, प्रधान आरक्षक मीना राठौर, अमित त्यागी, अमीर चंद, कैलाश परमार, हेमलता पुरोहित, मेघा राणा, वर्षा केथवास, संदीप शर्मा, हरिओम आकोदिया आदि की सराहनीय भूमिका रही।