Edited By Vikas Tiwari, Updated: 28 Oct, 2025 01:55 PM

मध्य प्रदेश के सतना जिले में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां धवारी स्थित सीएमएचओ कार्यालय के बाहर एएनएम प्रीति अवस्थी वेतन न मिलने से परेशान होकर लेट गईं। प्रीति का कहना है कि उन्हें कई महीनों से वेतन नहीं मिला,...
सतना: मध्य प्रदेश के सतना जिले में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां धवारी स्थित सीएमएचओ कार्यालय के बाहर एएनएम प्रीति अवस्थी वेतन न मिलने से परेशान होकर लेट गईं। प्रीति का कहना है कि उन्हें कई महीनों से वेतन नहीं मिला, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति बुरी तरह बिगड़ गई है।
घर जाने के पैसे नहीं, खाने को भी कुछ नहीं- प्रीती
प्रीती ने कहा कि ‘घर में अनाज नहीं है, बच्चों की फीस जमा नहीं कर पा रही हूं, अब घर जाने के भी पैसे नहीं बचे हैं।’ प्रीति अवस्थी का आरोप है कि वे कई बार वरिष्ठ अधिकारियों से अपनी समस्या लेकर मिलीं, लेकिन हर बार उन्हें ‘फाइल लंबित है’ या ‘हमारे अधिकार क्षेत्र में नहीं’ जैसे जवाब देकर टाल दिया गया।
विभाग में मचा हड़कंप...
वीडियो वायरल होने के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है। मिली जानकारी के मुताबिक, सिर्फ प्रीति अवस्थी ही नहीं, बल्कि जिले की करीब 50 से ज्यादा एएनएम और स्वास्थ्यकर्मी भी कई महीनों से वेतन न मिलने की समस्या से जूझ रहे हैं। हालांकि, ज्यादातर कर्मचारी विभागीय कार्रवाई या प्रताड़ना के डर से खुलकर सामने नहीं आ पा रहे हैं।
सवालों के घेरे में स्वास्थ्य विभाग
यह मामला विभाग की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े करता है। जहां एक ओर सरकार स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने और महिला कर्मचारियों के सशक्तिकरण की बात करती है, वहीं दूसरी ओर जमीनी स्तर पर कार्यरत नर्सों को अपने मेहनताना के लिए सड़क पर उतरना पड़ रहा है।