Edited By meena, Updated: 21 Oct, 2021 12:05 PM

इंदौर में आत्महत्याओं का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है। जहां बुधवार रात इंदौर पदस्थ अपर कलेक्टर के बेटे ने बालकनी से लटक कर फांसी लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली है। वही मृतक ने दो पेज का सुसाईड नोट भी छोड़ा है जिसकी पुलिस द्वारा जांच की जा रही है।
इंदौर(सचिन बहरानी): इंदौर में आत्महत्याओं का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है। जहां बुधवार रात इंदौर पदस्थ अपर कलेक्टर के बेटे ने बालकनी से लटक कर फांसी लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली है। वही मृतक ने दो पेज का सुसाईड नोट भी छोड़ा है जिसकी पुलिस द्वारा जांच की जा रही है।

दरसअल इंदौर के लसूड़िया थाना क्षेत्र की नर्मदा कॉलोनी में रहने वाले अपर कलेक्टर के पद पर पदस्थ ब्रजेश कुमार विजयवत के बेटे सार्थक ने अपने घर की गैलरी में जाकर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। बताया जा रहा है कि मृतक सार्थक आईआईटी खड़गपुर से अपनी पढ़ाई कर रहा था और कुछ दिन पहले ही इंदौर आया था। कॉलेज प्लेसमेंट में उसे उसके मन मुताबिक बड़े पैकेज की जॉब नहीं मिल पाने से वह निराश था।

इसी कारण वह डिप्रेशन का शिकार हो गया था। बड़ा पैकेज नहीं मिल पाने के चलते ही उसने आत्महत्या जैसा यह कदम उठाया और अपने जीवन को समाप्त कर लिया। वही मृतक सार्थक ने मरने से पहले 2 पेज का सुसाइड नोट भी छोड़ा है। जिसकी लसूड़िया पुलिस द्वारा जांच की जा रही है, फिलहाल लसूड़िया पुलिस ने मर्ग कायम कर शव को पोस्मार्टम के लिए एमवाय हॉस्पिटल भिजवाकर जांच शुरू कर दी है। मृतक सार्थक इंदौर में पदस्थ अपर कलेक्टर ब्रजेश कुमार विजयवत का बेटा है। जो कि इंदौर में नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण में अपर संचालक पद पर पदस्थ है।