Edited By ASHISH KUMAR, Updated: 30 Nov, 2018 03:28 PM
रामनगर के इटमा गांव में दो किसान टावर पर चढ़कर फ़ांसी लगाने की धमकी दे रहे हैं। इनका कहना है कि हाईटेंशन...
सतना: रामनगर के इटमा गांव में दो किसान टावर पर चढ़कर फ़ांसी लगाने की धमकी दे रहे हैं। इनका कहना है कि हाईटेंशन लाईन बिछाने वाली पावर ग्रिड कम्पनी ने मुआवजा नहीं दिया तो वो फंदे से लटककर आत्महत्या कर लेंगे।
ज़िले के इटमा मझियार गांव में दो युवक देवेन्द्र सिंह और रविकांत द्विवेदी अलग-अलग टावर पर चढ़े हुए हैं और फांसी का फंदा लगा कर जान गवानें की धमकी दे रहे हैं। वहीं टावर के नीचे खड़े गांव के दूसरे किसान भी इनका समर्थन कर रहे हैं। दरअसल 2015 में सतना से चमराडोल तक हाईटेंशन लाईन बिछाने का काम शुरू किया गया था। पावर ग्रिड कम्पनी ने रामनगर नागौद व मैहर के दो दर्जन से अधिक गांवो के किसानों की भूमि बड़े पैमाने पर अधिग्रहण कर ली। जिसके बदले किसानों को लाखों का मुआवजा दिया जाने का वायदा किया था। लेकिन कंपनी ने कुछ किसानों को ही मुआवजा दिया और कुछ किसानों का मुआवजा दिए बिना ही उनकी जमीनों में टावर खड़े कर दिए गए।
बता दें कि प्रदेश में यह कोई पहला मामला नहीं है जब मुआवजे को लेकर किसानों और प्रशासन के बीच झड़प हुई हो। किसान जहां मुआवजा ना मिलने की बात कह रहे हैं। वहीं प्रशासन का कहना है की जिसका जो मुआवजा बनता था वो दिया जा चुका है। ऐसे में सवाल यह उठता है कि यदि किसी दिन कोई किसान ने फंदे से लटककर जान दे दी तो इसका जिम्मेदार कौन होगा।