Edited By Vikas kumar, Updated: 28 Sep, 2019 01:12 PM
शिक्षा विभाग और सरकारी स्कूल में मिलने वाले मिड-डे मील को लेकर हमेशा से उंगली उठती रही है। कारण यह है कि मिड डे मील में मिलावट या अन्य तरह की गड़बड़ी का सामने आना। कुछ...
होशंगाबाद (गजेंद्र राजपूत): शिक्षा विभाग और सरकारी स्कूल में मिलने वाले मिड-डे मील को लेकर हमेशा से उंगली उठती रही है। कारण यह है कि मिड डे मील में मिलावट या अन्य तरह की गड़बड़ी का सामने आना। कुछ ऐसा ही हुआ है मध्यप्रदेश के होशंगाबाद जिले में, जहां पर मिड डे मील खाने के बाद 20 बच्चे बीमार पड़ गए। आपको बता दें कि सभी बच्चों को इलाज के लिए सुखतवा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में किया एडमिट कराया गया है।
मामला जिले के इटारसी केसला ब्लॉक के पिपरिया खुर्द गांव का है। जहां सरकारी प्राईमरी स्कूल एवं आंगनवाड़ी केंद्र के बच्चे मिड डे मील की कढ़ी चावल खाने के बाद बीमार हो गए। बताया जा रहा है कि कढ़ी चावल खाने के बाद बच्चों को उल्टी होना शुरू हो गई। बच्चों को जब गांव में उपचार नहीं मिला तो उनके अभिभावक किराये के वाहन कर सुखतवा सामुदायिक केन्द्र पहुंचे। यहां पहुंचे सभी बच्चों का उपचार जारी है और सभी बच्चों की हालत सामान्य बताई जा रही है। बता दें कि स्व-सहायता समूह द्वारा मिड डे मील का खाना खाने के बाद 20 बच्चे फूड प्वाइजनिंग के शिकार हो गए जिन्हें उपचार के लिए भर्ती किया गया है।