Edited By meena, Updated: 29 Jul, 2019 02:14 PM
मध्य प्रदेश विधानसभा में हुई सियासी घटना से माहौल काफी गर्म है। वहीं बीजेपी विधायकों के सरकार के समर्थन में आने के बाद विपक्षी नेताओं के बयान सामने आए हैं, इसे लेकर कमलनाथ सरकार सतर्क है।
भोपाल: मध्य प्रदेश विधानसभा में हुई सियासी घटना से माहौल काफी गर्म है। वहीं बीजेपी विधायकों के सरकार के समर्थन में आने के बाद विपक्षी नेताओं के बयान सामने आए हैं, इसे लेकर कमलनाथ सरकार सतर्क है। इसी बीच मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सोमवार को कैबिनेट कमेटी ऑफ पॉलिटिकल अफेयर्स की पहली बैठक बुलाई है। इस बैठक में गृहमंत्री बाला बच्चन, कृषि मंत्री सचिन यादव, और सामान्य प्रशासन मंत्री डॉ. गोविंद सिंह मौजूद हैं, और इस बैठक को काफी अहम माना जा रहा है।
विधानसभा में हुई वोटिंग के माध्यम से सरकार ने शक्तिप्रदर्शन कर बीजेपी को बड़ा झटका दिया है। दो विधायकों के क्रॉस वोटिंग करने से प्रदेश की सियासत में भूचाल आ गया है। ऐसे में बैठक को काफी अहम माना जा रहा है। इस बैठक में राजनीतिक मुद्दों के साथ-साथ कर्जमाफी को लेकर चर्चा होगी। वहीं कमलनाथ सरकार दावा करती है कि अब तक 20 लाख किसानों का कर्ज माफ हो चुका है। जबकि कांग्रेस के घोषणा पत्र के अनुसार प्रदेश में 50 लाख किसानों का कर्ज माफ किया जाना है। मुख्यमंत्री की पट्टा योजना के अनुसार शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में गरीबों को पट्टा दिया जाना है और साथ में महिलाओं को ई-रिक्शा दिया जाना है। व्यापमं घोटाले की नए सिरे से जांच और पूर्व सरकार में हुई गड़बड़ियों और घोटालो के खुलासे पर सरकार की रणनीति क्या होगी यह इस बैठक में तय होगा।