Edited By meena, Updated: 21 Sep, 2022 04:27 PM

मध्यप्रदेश में लंपी वायरस का खतरा लगातार बढ़ रहा है। अब तक प्रदेशभर में तकरीबन 7,686 मवेशी इस वायरस से संक्रमित पाए गए हैं और उनमें से 101 मवेशियों ने इस बीमारी से दम तोड़ दिया है। लंपी वायरस के बढ़ रहे संक्रमण को देखते हुए सीएम शिवराज सिंह चौहान ने...
भोपाल(विवान तिवारी): मध्यप्रदेश में लंपी वायरस का खतरा लगातार बढ़ रहा है। अब तक प्रदेशभर में तकरीबन 7,686 मवेशी इस वायरस से संक्रमित पाए गए हैं और उनमें से 101 मवेशियों ने इस बीमारी से दम तोड़ दिया है। लंपी वायरस के बढ़ रहे संक्रमण को देखते हुए सीएम शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को स्थिति की समीक्षा के लिए बैठक की और घोषणा की कि मवेशियों का टीकाकरण मुफ्त किया जाएगा।
सीएम शिवराज सिंह ने संबंधित अधिकारियों को बीमारी के प्रसार को नियंत्रित करने और राज्य के बाहर से मवेशियों की आवाजाही रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वे कीटनाशक का छिड़काव करें और मक्खियों, मच्छरों और अन्य कीड़ों को मारना सुनिश्चित करें । जब तक इस बीमारी से राहत नहीं मिलती या स्थिति सामान्य नहीं होती तब तक जानवरों की बिक्री/खरीदी के लिए मेलों के आयोजन पर प्रतिबंध लगाए जाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान में यह बीमारी राज्य के कुल 52 जिलों में से 26 जिलों में फैल चुकी है और इसे लेकर सतर्क रहना जरुरी है।

बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि टीकाकरण निशुल्क किया जाएगा और सरकार पशुओं को बचाने के लिए उसी तरह काम करेगी जैसे उसने कोविड-19 महामारी के खिलाफ लड़ाई लड़ी थी। सीएम ने लंपी वायरस से प्रभावित पशुओं को स्वस्थ पशुओं से अलग बाड़े में यानी क्वारंटीन रखने के भी निर्देश दिए।
सीएम शिवराज ने अधिकारियों को घरेलू पशु मालिकों को बीमारी और इसकी रोकथाम के बारे में सूचित करने के लिए ग्राम सभा की बैठक बुलाने का निर्देश दिया तथा मवेशियों को टीकाकरण विशेषकर गौशालाओं में टीकाकरण सुनिश्चित करने के लिए कहा। इस रोग के लक्षण में हल्का बुखार, पैरों में सूजन, दूध उत्पादन में कमी, बहुत अधिक लार, आंखों और नाक से पानी का निकलना आदि शामिल हैं।