Edited By Vikas kumar, Updated: 19 Oct, 2019 02:26 PM
एक ओर जहां बीजेपी महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के घोषणापत्र में वीर सावरकर को भारत रत्न देने की मांग कर रही है, तो वहीं दूसरी ओर कांग्रेस इसका जोरदार विरोध कर रही है। जिसका नजा...
इंदौर: एक ओर जहां बीजेपी महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के घोषणापत्र में वीर सावरकर को भारत रत्न देने की मांग कर रही है, तो वहीं दूसरी ओर कांग्रेस इसका जोरदार विरोध कर रही है। जिसका नजारा देखने को मिला इंदौर में, जहां कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने शनिवार सुबह हंगामा खड़ा किया कि उन्हीं की सरकार के अधिकारियों ने उन्हें वहां से बाहर कर दिया।
दरअसल, वीर सावरकर को भारत रत्न देने के विरोध में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने इंदौर के रीगल तिराहे के पास गांधी प्रतिमा पर अनाधिकृत तरीके से पोस्टर लगाकर कड़ा विरोध किया। जिसके चलते बकायदा कांग्रेसियो ने पोस्टर लगाकर भारत माता और महात्मा गांधी से बीजेपी सरकार को सद्बुद्धि देने की प्रार्थना की। पोस्टरों में लिखा है कि ‘गोड़से समर्थक और गांधी की हत्या में शामिल सावरकर को भारत रत्न दिया जा रहा है जो कि बापू का अपमान है’। कांग्रेस ने पोस्टर लगाया ही था कि इसी बीच शहर को पोस्टर मुक्त रखने वाली निगम के अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए और उन्होंने विवादित पोस्टर को हटाने की बात कही। इस बीच कांग्रेसी कार्यकर्ताओं का निगम अधिकारियों से बदकहाव भी हुआ। कुछ ही देर बाद कांग्रेस के प्रदेश सचिव विवेक खंडेलवाल को निगम अधिकारियों की बातें माननी पड़ीं।
कांग्रेस नेता विवेक खण्डेलवाल का कहना है कि ‘गोड़से समर्थक, सावरकर को भारत रत्न देने का विरोध आगे भी जारी रहेगा क्योंकि सावरकर उन 8 लोगो मे शामिल है जिन्होंने महात्मा गांधी की हत्या का षड्यंत्र रचा था’। बता दें कि इससे पहले दिग्विजय सिंह भी बीजेपी के इस प्रस्ताव को लेकर कड़ा विरोध जता चुके हैं।