Edited By meena, Updated: 28 Jun, 2024 06:14 PM
![congress will ponder over its defeat in the lok sabha elections](https://img.punjabkesari.in/multimedia/914/0/0X0/0/static.punjabkesari.in/2024_6image_18_09_591374034unnamed-ll.jpg)
पहले विधानसभा चुनाव और फिर लोकसभा चुनावों में मिली करारी हार को कांग्रेस नेतृत्व पचा नहीं पा रहा है...
भोपाल ( विनीत पाठक ) : पहले विधानसभा चुनाव और फिर लोकसभा चुनावों में मिली करारी हार को कांग्रेस नेतृत्व पचा नहीं पा रहा है। क्योंकि लोकसभा चुनावों में कांग्रेस को मप्र में कम से कम पांच सीटें जीतने की पूरी उम्मीद थी। लेकिन चुनाव परिणामों में मप्र में कांग्रेस का पूरा सूपड़ा ही साफ हो गया। लोकसभा चुनावों में मिली करारी हार के कारणों को जानने के लिए आलाकमान ने तीन सदस्यीय टीम का गठन किया है। ये टीम मध्यप्रदेश के दो दिवसीय दौरे पर आ रही है। जो लोकसभा चुनावों में मप्र की 29 सीटों के उम्मीदवारों से वन टू वन चर्चा कर हार के कारणों को जानेगी।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) द्वारा हार के कारणों की समीक्षा के लिए तीन सदस्य फैक्ट फाइंडिंग कमेटी बनाई गई है। कमेटी में महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण, उड़ीसा के नेता सप्तगिरी उलका और गुजरात के जिग्रेश मेवाणी शामिल है। कमेटी के सभी सदस्य 29 और 30 जून को प्रदेश के दौरे पर रहेंगे। प्रदेश के वरिष्ठ नेताओं से भी मुलाकात करेंगे। कांग्रेस के हारे लोकसभा चुनाव प्रत्याशियों से वन-टू-वन चर्चा कर रिपोर्ट तैयार की जाएगी। साथ ही लोकसभा चुनावों में मिली करारी हार के बाद प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी के नेतृत्व पर उठ रहे सवालों की भी पड़ताल करेगा। फैक्ट फाइडिंग कमेटी की रिपोर्ट कांग्रेस आलाकमान को सौंपी जानी है। माना जा रहा है कि इसी रिपोर्ट के आधार पर जल्द ही मप्र कांग्रेस संगठन में बड़े बदलाव किए जाएंगे।