Edited By meena, Updated: 20 Sep, 2024 05:58 PM
दमोह जिले में आज भी शासकीय स्कूल बिल्डिंग के अभाव में खुले आसमान के पेड़ के नीचे बच्चों का स्कूल लगता है...
दमोह (इम्तियाज चिश्ती) : दमोह जिले में आज भी शासकीय स्कूल बिल्डिंग के अभाव में खुले आसमान के पेड़ के नीचे बच्चों का स्कूल लगता है। मामला दमोह जिले के आमखेड़ा पंचायत का शासकीय नवीन हाई स्कूल जो जहां कक्षा 1 से 8 वीं तक की क्लासों को पढ़ाया जाता है लेकिन स्कूल भवन की कमी के चलते शिक्षकों को मजबूर पेड़ के नीचे बच्चों को बिठाकर पढ़ाना पढ़ता है। शिक्षकों ने कई बार जिला शिक्षा अधिकारी से मांग की लेकिन यहां आज भी बच्चों को शाला भवन नसीब नहीं हो सका। दस क्लासों में पांच स्कूल के कमरे हैं बीते चार सालों से बाकी की पांच क्लासें इसी तरह खुले आसमान के नीचे लग रही है।
बाकी एक कक्षा 9 वीं की क्लास पंचायत भवन में लग रही है। यहां पर पदस्थ शिक्षक और खुद बच्चे मानते हैं कि स्कूल के मैदान में एक साथ पांच क्लासें लगने से बच्चों की पढ़ाई सही से नहीं हो पाती वहीं जिस मैदान में स्कूल लगता है उसके ठीक बगल से हाइवे सड़क निकली जिससे वाहनों के आवागमन के कारण पढ़ाई में बाधा होती है।