Edited By meena, Updated: 26 Oct, 2022 08:17 PM

दिवाली के दिन सभी लोगों ने अपने अपने ढंग से त्योहार मनाया। लोगों ने बड़े ही उत्साह से आतिशबाजी की और पटाखें फोड़े। मगर बीते दिन देर रात एक युवक के लिए आतिशबाज़ी को आनंद लेना भारी पड़ गया। लक्ष्मी पूजा करने के बाद युवक अपने दोस्तों के साथ पटाखे फोड़...
भोपाल(विवान तिवारी) : दिवाली के दिन सभी लोगों ने अपने अपने ढंग से त्योहार मनाया। लोगों ने बड़े ही उत्साह से आतिशबाजी की और पटाखें फोड़े। मगर बीते दिन देर रात एक युवक के लिए आतिशबाज़ी को आनंद लेना भारी पड़ गया। लक्ष्मी पूजा करने के बाद युवक अपने दोस्तों के साथ पटाखे फोड़ रहा था इतने में एक सुतली बम (रस्सी बम) उसके कान के बिल्कुल पास आकर फट गया। बम का धमाका इतना तेज था कि उसके कान का पर्दा फट गया और युवक का कान पूरी तरह से सुन्न हो गया। वह कुछ भी सुन नहीं पा रहा है।
• थोड़ी देर सीटी जैसी आवाज आई फिर सुनाई पड़ना हुआ बंद
पटाखे फोड़ने के दौरान युवक के कान के पास एक सुतली बम ऐसा फटा कि जोरदार धमाका हुआ। धमाके की आवाज इतनी जोर की थी कि उसकी धमक से कान का पर्दा भी फट गया। ऐसी जानकारी मिली है कि थोड़ी देर तो युवक को कुछ समझ ही नहीं आया उसके बाद उसके कानों में सीटी की आवाज आने लगी। आवाज के बंद होते ही सुनाई देना बंद हो गया। पहले तो युवक ने इस पूरी घटना को सामान्य समझा लेकिन दूसरे दिन सुबह उसके कान में जोर का दर्द शुरू हो गया, दर्द इतना था कि उसे परिजन तत्काल ही डॉक्टर के पास लेकर गए।
• परीक्षण के बाद पता चला कि कान के पर्दे में हो गया है छेद
डॉक्टर ने युवक के कानों का परीक्षण किया फिर एंडोस्कोपी की तब पता चला कि उसके कान का पर्दा फट गया है और कान के पर्दे में एक बड़ा छेद हो गया है। युवक का इलाज करने वाले ईएनटी स्पेशलिस्ट डा. एसपी दुबे के बताते हैं कि दिवाली के बाद उनके पास ऐसे मरीजों की संख्या बढ़ने लगती है। लोग पटाखें फोड़ने में सावधानी नहीं रखते हैं। ज्यादा तेज आवाज वाले पटाखे भी नहीं फोड़ना चाहिए। निश्चित दूरी बनाकर रखना चाहिए। चिकित्सक के अनुसार कान के भीतर एक पर्दा होता है जो पतली सी झिल्लीनुमा होता है। यह तेज आवाज या धमाके से या कहें कि किसी के कान पर चांटा मारने तक से भी फंट जाता है। हालांकि छोटे मोटे नुकसान होने पर यह अपने आप ठीक भी हो सकता है।
• सरसों के तेल ने और ज्यादा बढ़ा दी मुसीबत
बताया जा रहा है कि जब युवक इलाज के लिए आया तो उसे सुनाई नहीं दे रहा था, उसके कान में लगातार सरसराहट की आवाज आ रही थी। दरअसल उस युवक के कानों में दर्द इसलिए भी बढ़ गया कि उसने अपने कान में सरसों का तेल डाल लिया था। वही एंडोस्कोप डालकर देखा गया तो पता चला कि कान का पर्दा फटा था।