Edited By meena, Updated: 06 Dec, 2024 05:54 PM
गुना जिले के बीनागंज क्षेत्र के पन्हेटी गांव में आदिवासी दल सिंह की हत्या के बाद भड़की आग ने बंजारा समाज की जिंदगी को बुरी तरह झकझोर दिया है...
गुना (मिस्बाह नूर) : गुना जिले के बीनागंज क्षेत्र के पन्हेटी गांव में आदिवासी दल सिंह की हत्या के बाद भड़की आग ने बंजारा समाज की जिंदगी को बुरी तरह झकझोर दिया है। इस दर्दनाक घटना के बाद बंजारा समाज के घरों को जला दिया गया, जिससे वहां के लोग खौफ और दहशत में जीने को मजबूर हैं। महिलाओं और बच्चों की स्थिति सबसे अधिक दयनीय है।
29 नवंबर को उमा बंजारा नामक एक युवती की जीवन का सबसे अहम दिन था। उसकी वर्ग 3 की परीक्षा थी। लेकिन, हिंसा और आगजनी ने उसकी उम्मीदों को राख कर दिया। उसके सभी दस्तावेज़ जल गए, जिससे वह परीक्षा देने से वंचित रह गई। आंखों में आंसू और रुंधे गले से वह एक ही गुहार लगा रही थी कि उसकी परीक्षा दोबारा कराई जाए। अपनी पूरी तैयारी के बावजूद परीक्षा से वंचित रहना उसके जीवन में एक गहरी चोट की तरह है।
आगजनी के बाद से गांव की महिलाएं बेहद असुरक्षित महसूस कर रही हैं। वे दिन-रात खौफ के माहौल में जी रही हैं। उनके घरों को जलाए जाने के साथ उनकी उम्मीदें और सपने भी राख हो गए हैं। यह समाज अब अपने भविष्य को लेकर चिंतित है।
प्रशासन का कहना है कि दोनों पक्षों के बीच शांति लौट रही है। लेकिन बंजारा समाज के लोग इस दावे को खारिज करते हुए प्रशासन से न्याय और सुरक्षा की गुहार लगा रहे हैं। जिला पंचायत सदस्य प्रतिनिधि आर सागर कच्छावा के नेतृत्व में शुक्रवार को बंजारा समाज के सैकड़ों महिला पुरुषों ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर ज्ञापन सौंपा। उन्होंने अपनी मांगों को रखते हुए दोषियों पर सख्त कार्रवाई और प्रभावित परिवारों को राहत देने की अपील की।