Edited By Vikas kumar, Updated: 22 Aug, 2019 07:28 PM
बडवानी में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। दरअसल, गुजरात, मप्र व केंद्र सरकार को मृत मानते हुए करीब 15 डूब प्रभावितों ने मुंडन कराया है। डूब प्रभावित व नर्मदा बचाओ आंदोलन के कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया। सरदार सरोवर बांध के डूब प्रभावित...
बडवानी: बडवानी में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। दरअसल, गुजरात, मप्र व केंद्र सरकार को मृत मानते हुए करीब 15 डूब प्रभावितों ने मुंडन कराया है। डूब प्रभावित व नर्मदा बचाओ आंदोलन के कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया। सरदार सरोवर बांध के डूब प्रभावित मुआवजे, घर प्लाट व अन्य लाभ हासिल करने के लिए आंदोलन कर रहे हैं। विरोध के चलते ही जीवित व्यक्ति को मुर्दा बनाया।
शव की तरह लेटकर किया प्रदर्शन
भीलखेड़ा के कैलाश अवास्या की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने 8 फरवरी 2017 को डूब प्रभावितों को 60-60 लाख रुपए देने के आदेश प्रदेश सरकार को दिए थे लेकिन अभी तक अवास्या को 60 लाख रुपए और 5.80 लाख रुपए का लाभ मिलना बाकी है। विरोध प्रदर्शन के दौरान वे स्वयं शव की तरह लेट गए। इसके बाद डूब प्रभावितों ने उन्हें कफन स्वरूप सफेद चादर ओढ़ाई।
भू-अर्जन अधिकारी ने दिया आश्वासन
विरोध प्रदर्शन करने के बाद डूब प्रभावित करीब 2.45 बजे एनवीडीए कार्यालय पहुंचे। इन्होंने भू-अर्जन अधिकारी एसपी मंडरा से डेढ़ घंटे चर्चा की। डूब प्रभावितों ने घर प्लाट, व्यावसायिक प्लाट, खेत के बदले जमीन, आर्थिक लाभ नहीं मिलने पर जानकारी दी। अधिकारी एसपी मंडरा ने गुरुवार को ग्राम पिछोड़ी में शिविर लगाकर समस्याओं का समाधान कराने का भरोसा दिया है।