Edited By Devendra Singh, Updated: 19 May, 2022 07:20 PM
नाथूराम गोडसे (nathuram godse) के 113वें जन्मदिन पर हिंदू महासभा (hindu mahasabha ) के पदाधिकारियों ने दौलतगंज स्थित दफ्तर में नारे लगाएं।
ग्वालियर (अंकुर जैन): हिंदू महासभा (hindu mahasabha gwalior) के पदाधिकारियों ने एक बार फिर दौलतगंज स्थित दफ्तर में नाथूराम गोडसे (nathuram godse) की पूजा-अर्चना की और उनके जयकारे भी लगाए। मौका था नाथूराम गोडसे (nathuram godse) के 113वें जन्मदिन का। यह कोई पहला मामला नहीं है जब हिंदू महासभा (hindu mahasabha ) ने नाथूराम गोडसे की पूजा की हो। इससे पहले भी महासभा, नाथूराम गोडसे (nathuram godse) की पूजा करते रही है। हालांकि दोनों ही राजनीतिक दल, गांधी (gandhi) के देश में गोडसे (godse) की विचारधारा को बढ़ावा देने का विरोध करते रहे हैं।
हिंदुओं के उत्थान के लिए काम करती रहेगी महासभा: राष्ट्रीय उपाध्यक्ष
वहीं नाथूराम गोडसे की जयंती (anniversary of nathuram godse) मनाई जाने के सवाल पर हिंदू महासभा (hindu mahasabha) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयवीर भारद्वाज का कहना है कि जिस तरीके से हजारों हिंदुओं का कत्लेआम (murder of hindu) कर भारत का विभाजन किया गया। इसका प्रतिकार करने वाले नाथूराम गोडसे (nathuram godse) ने महात्मा गांधी (mahatma gandhi) का वध किया था। उनके आखिरी भाषण को पहले बैन कर दिया गया था। लेकिन अब उनके ही परिजनों ने उससे बैन हटवाया है। देश का हर एक युवा नाथूराम गोडसे (nathuram godse) के विचारों को सुनना चाहता है। बीजेपी की बी टीम होने के सवाल पर कहा कि हम किसी के लिए काम नहीं करते हैं।
हिंदू महासभा सबसे प्राचीन राजनीतिक दल है, वह हमेशा से हिंदुओं के उत्थान के लिए काम करता रहा है। इसके साथ ही चूंकि नाथूराम गोडसे की 103वी जयंती थी। यही कारण है कि हिंदू महासभा (hindu mahasabha) ने पक्षियों के पीने के लिए पानी 113 सकोरे जगह जगह रखे हैं।